राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में व्यापार, उद्योग, सेवा आदि क्षेत्रों से सरकार ने करों के रूप में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अक्टूबर में करों से अधिक कमाई की है। अक्टूबर में प्रमुख कर व करेत्तर राजस्व से सरकार को 17,747.06 करोड़ का रुपये मिले हैं। यह धनराशि अक्टूबर 2024 की तुलना में 636.06 करोड़ रुपये अधिक है। पिछले वर्ष अक्टूबर में 17,111 करोड़ रुपये ही मिले थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि जीएसटी सुधारों का सकारात्मक असर करों में नजर आ रहा है। मंगलवार को खन्ना ने बताया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था लगातार बेहतर हो रही है।
नवंबर में राजस्व के जो आंकड़े आएंगे वह बहुत अच्छे रहने का अनुमान है, क्योंकि अक्टूबर के त्योहारी सीजन में लोगों ने जमकर खरीदारी की है।
22 सितंबर से जीएसटी दरें कम होने के बाद लोगों की उपभोग क्षमता बढ़ी है। जब टैक्स कम होता है तो बाजार में मांग बढ़ती है।
मंत्री ने बताया है कि जीएसटी के तहत अक्टूबर में 6830.96 करोड़ राजस्व मिलें, पिछले वर्ष अक्टूबर में जीएसटी से 6799.27 करोड़ रुपये मिले थें। वैट के तहत 2401.82 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है, पिछले वर्ष अक्टूबर में 2171.16 करोड़ रुपये ही मिले थे।
आबकारी के तहत अक्टूबर में 4508.31 करोड़ रुपये सरकार को मिलें, पिछले वर्ष अक्टूबर में कुल 3767.72 करोड़ रुपये ही मिले थे। परिवहन के तहत अक्टूबर में 1418.62 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि पिछले वर्ष अक्टूबर में 1074.76 करोड़ रुपये ही मिले थे।
स्टांप व निबंधन और भूतत्व व खनिकर्म में कम राजस्व मिले
स्टांप एवं निबंधन के तहत अक्टूबर में 2287.27 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है, पिछले वर्ष अक्टूबर में 2890.88 करोड़ रुपये मिले थे। यह आंकड़े बता रहे हैं कि संपत्तियों की बिक्री कम हुई है। भूतत्व एवं खनिकर्म के तहत अक्टूबर में 300.08 करोड़ रुपये राजस्व मिले, जबकि पिछले वर्ष अक्टूबर में 407.21 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई थी। भूतत्व एवं खनिकर्म में भी सरकार की कमाई कम हुई है। मंत्री ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में अक्टूबर तक 1,22,761.33 करोड़ रुपये मिले हैं।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में अक्टूबर तक करों से कमाई
- कुल राजस्व -1,22,761.33 करोड़ रुपये
- जीएसटी व वैट - 64,107.66 करोड़ रुपये
- आबकारी - 30,657 करोड़ रुपये
- स्टांप एवं निबंधन - 18,807.85 करोड़ रुपये
- परिवहन -6725.28 करोड़ रुपये
- भूतत्व एवं खनिकर्म - 1962.48 करोड़ रुपये
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