प्रत्याशी ने की दादी के अपहरण की शिकायत। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, छपरा। पहले चरण में छह नवंबर को होनेवाले मतदान से दो दिन पहले छपरा के एक प्रत्याशी ने समाहरणालय के समक्ष धरना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि दादी के अपहरण की अबतक एफआइआर नहीं की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रत्याशी ने मंगलवार को धरना के दौरान बताया कि तीन नवंबर की दोपहर उनकी दादी का अपहरण हुआ था। इसकी शिकायत के लिए आवेदन दिया गया, लेकिन एक दिन बाद भी एफआइआर नहीं की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि शहर के नेहरू चौक स्थित आवास के सामने से दादी का अपहरण हुआ। किराएदार ने अपहरण किया है, क्योंकि उनकी नजर करोड़ों की संपत्ति पर है।
उनलोगों से पहले से विवाद चल रहा था। उन्होंने इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग बिहार, सारण प्रमंडल आयुक्त एवं डीआईजी सारण को भी लिखित शिकायत भेजी है।
हत्या की नियत से घूम रहा बदमाश गिरफ्तार
मढ़ौरा थानाक्षेत्र के मिर्जापुर गांव में पुलिस ने हत्या की नीयत से घूम रहे एक अपराधी को लोडेड देसी कट्टा और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक की पहचान मिर्जापुर निवासी राजबलम महतो के पुत्र अनिल महतो के रूप में की गई है।
एसडीपीओ नरेश पासवान ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि मिर्जापुर में एक व्यक्ति देसी कट्टा लेकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।
सूचना के आधार पर मढ़ौरा पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए मिर्जापुर में छापेमारी की, जहां पुलिस ने भागने के दौरान अनिल महतो को दबोच लिया। तलाशी के क्रम में उसके पास से लोडेड देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ।
पूछताछ में अपराधी ने पुलिस को बताया कि वह और बाजिदभोरहां निवासी मंटू नट से मिलकर अवैध रूप से शराब बनाते और बेचते हैं। इसी बीच गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उन्हें पकड़वाए जाने से नाराज होकर दोनों ने उसकी हत्या की साजिश रची थी।
जेल में बंद मंटू नट ने फोन पर हत्या की योजना तैयार की, जिसके तहत अनिल महतो हथियार लेकर घूम रहा था। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर एक संभावित हत्या की घटना को टाल दिया |