मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में था सिल्वर मेडल
पीटीआई, नई दिल्ली। स्टार भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू का 49 किलोग्राम भार वर्ग 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों से हटा दिया गया है और अब उन्हें 53 किलोग्राम वजन वर्ग में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा लेकिन वह इसके लिए तैयार हैं। चानू ने टोक्यो ओलंपिक में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने ओलंपिक में भारोत्तोलन स्पर्धाओं की कुल संख्या 12 कर दी है, जिससे 2028 में लास एंजिलिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में महिलाओं के लिए न्यूनतम वर्ग अब 53 किग्रा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा का मानना है कि 53 किग्रा तक वजन बढ़ाना चानू के लिए लाभदायक होगा लेकिन उन्होंने कहा कि मणिपुर की यह खिलाड़ी अगले साल होने वाले एशियाई खेलों तक अपने पुराने वजन वर्ग 49 किग्रा में ही खेलती रहेगी।
ऐसी है आगे की प्लानिंग
शर्मा ने कहा, 49 किग्रा वजन वर्ग को हटाना मीराबाई के लिए अच्छी बात है क्योंकि अपना वजन 48 किग्रा तक कम करना काफी कठिन प्रक्रिया थी। चानू ने इस वर्ष राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण और विश्व चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था। यह 31 वर्षीय खिलाड़ी अगले साल होने वाले एशियाई खेलों तक 48 किग्रा/49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती रहेंगी। उसके बाद, ओलंपिक की तैयारी के लिए धीरे-धीरे 53 किग्रा वर्ग में आगे बढ़ने के लिए उनके पास दो साल का समय होगा।
दूसरी बार हुआ ऐसा
यह दूसरी बार है जब अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने एक वर्ष से भी कम समय में श्रेणियों में बदलाव किया है। चानू इस साल की शुरुआत में 48 किग्रा वर्ग में आ गई थीं जब आईडब्ल्यूएफ ने ओलंपिक से 49 किलोग्राम वर्ग को हटा दिया था। हालांकि अब 49 किग्रा वर्ग को विश्व चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिताओं में फिर से शामिल कर लिया गया है, लेकिन यह ओलंपिक में शामिल नहीं होगा।
2028 ओलंपिक में ये होंगे भार वर्ग महिला : 53 किग्रा, 61 किग्रा, 69 किग्रा, 77 किग्रा, 86 किग्रा, 86 किग्रा से अधिक
पुरुष : 65 किग्रा, 75 किग्रा, 85 किग्रा, 95 किग्रा, 110 किग्रा, 110 किग्रा से अधिक। |