प्रेम प्रसंग में पूर्व पड़ोसी ने रची हत्या की साजिश
जागरण संवाददाता,आरा। मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलघाट गांव के समीप घटित मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो और उनके छोटे पुत्र प्रियांशु कुमार की हत्या के मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। साथ ही कांड में संलिप्त दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि, अन्य की तलाश जारी है। इसकी जानकारी मंगलवार को सदर एसडीपीओ वन राज कुमार साह ने दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने बताया कि पकड़े गए सदस्यों में नवादा थाना के बहीरो निवासी द्वारिका शर्मा एवं गजराजगंज ओपी के कारीसाथ गांव निवासी सूरज कुमार सिंह शामिल है। दोनों के पास से दो मोबाइल जब्त किया गया है। पकड़े गए आरोपितों में सूरज कुमार का पूर्व से भी आपराधिक इतिहास रहा है।
सदर एसडीपीओ वन राज कुमार साह ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में बताया कि हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग का विवाद था। । प्रमोद महतो मूल रूप से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कसाप गांव के निवासी थे। करीब 14 साल पहले उन्होंने बहीरो में मकान बनाकर परिवार बसाया था। बाद में वह मकान बेचकर पियनिया में नया घर बना लिए थे।
प्रमोद की पत्नी से था संबंध
मुख्य षड्यंत्रकर्ता द्वारिका शर्मा, जो पहले मृतक प्रमोद महतो का पड़ोसी था, ने प्रमोद की पत्नी से संबंधों के कारण उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। उसने गजराजगंज ओपी क्षेत्र के एक व्यक्ति को हत्या के लिए चार लाख रुपये सुपारी दी थी। इसमें एक लाख रुपये एडवांस के रूप में दिए गए थे। बाकी काम होने के बाद देने के लिए बोला गया था।
घटना के बाद प्रमोद के बड़े पुत्र हिमांशु कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राज ने विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया। टीम में इंस्पेक्टर दीपक कुमार, दारोगा धर्मेन्द्र कुमार और डीआइयू के पदाधिकारी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपितों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। शूटर सहित तीन अन्य फरार आरोपितों की तलाश तेज कर दी गई है।
पैसे का लालच देकर बुलाया गया था पिता-पुत्र
इधर, 30 अक्टूबर की शाम करीब सात बजे द्वारिका ने पैसे का प्रलोभन देकर प्रमोद और उनके पुत्र प्रियांशु को गजराजगंज ओपी क्षेत्र के कारीसाथ गांव बुलाया था। वहां से दोनों को विश्वास में लेकर बेलघाट की ओर ले जाया गया था। जहां दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में दो अवैध हथियारों का प्रयोग किया गया था।
एसडीपीओ के अनुसार, गोली मारने के बाद गिरफ्तार सूरज कुमार ने प्रमोद का गला ब्लेड से रेता था। वारदात के बाद सूरज बक्सर की ओर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने पीछा कर उसे दबोच लिया।
पहले से फरार था सूरज, दो मामलों में रहा आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि सूरज पहले से ही आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। 27 सितंबर 2025 को उसने आरा-बक्सर फोरलेन के पास कारीसाथ गांव की एक चाय दुकान पर फायरिंग की थी। इसे लेकर प्राथमिकी कराई गई थी। अनुसंधान में उसका नाम आया था। इससे पहले 26 नवंबर 2024 को वह आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल जा चुका है। |