जागरण संवाददाता, आगरा। सदर के महादेवनगर में युवती के परिवार वालों के द्वारा छेड़छाड़ के मुकदमा को खत्म कराने के लिए पहले चार लाख रुपये लेने के बाद न्यायालय में बयान देने के लिए तीन लाख रुपये और मांगे जाने का आरोप लगाकर पीसीएस परीक्षार्थी ने फंदे से लटक कर जान दे दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
शादी समारोह से लौटने पर स्वजन को जानकारी हुई,इसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया। कार्रवाई की मांग करते हुए सुबह तीन बजे तक पुलिस को शव नहीं ले जाने दिया। युवती और उसके परिवार वालों पर मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया।  
 
मृतक ने सुसाइड नोट में आरोपितों की काल रिकार्डिंग होने और अन्य साक्ष्य के बारे में भी लिखा है। पुलिस साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई कर रही है। वहीं घटना के बाद युवती और उसके स्वजन घर से कहीं अन्यंत्र चले गए हैं।  
 
महादेव नगर निवासी मनोज कुमार ने बताया कि रविवार दो नवंबर को शाम पांच बजे वह परिवार के साथ शादी समारोह में गए थे। रात दस बजे पुत्र 25 वर्षीय सागर किसी के बुलाने की बात कहकर मैरिज होम से चला गया। रात 10:30 पर जब वापस लौटे तो घर में बेटा पंखे पर बनाए फंदे से लटका मिला।  
 
सागर पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रहा था। बीते वर्ष प्री क्वालिफाई होने के बाद आगे नहीं निकल पाया था। इस वर्ष भी उसने परीक्षा दी थी। उसकी प्रश्नपत्र की कुंजी के हिसाब से इस बार भी पास होने की पूरी उम्मीद थी।  
 
इसी बीच सात अगस्त को क्षेत्र की युवती ने बेटे सागर पर छेड़छाड़,मारपीट,तमंचे से धमकाना और तेजाब फेंकने के प्रयास जैसे आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में समझौते के लिए युवती,उसकी मां,पिता और रिश्ते का मामा रुपयों की मांग करने लगे।  
 
मुकदमा दर्ज कराने के चार दिन बाद चार लाख रुपये देकर समझौता हुआ। एफआर के लिए न्यायालय में युवती के बयान होने के लिए दो बार नोटिस भिजवाए गए पर वह नहीं आई। बातचीत करने पर युवती और उसके परिवार वाले तीन लाख रुपये और देने पर बयान देने की कहने लगे। ऐसा न करने पर जेल भिजवाने की धमकी देने लगे। जातिसूचक शब्द बोलकर अभ्ज्ञद्रता करते हुए पलायन को मजबूर कर रहे थे।  
 
इसके कारण बेटा अवसाद में आ गया था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया। स्वजन ने बेटे की मृत्यु के बाद शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया। आरोपितों पर हत्या और चौथ वसूली का मुकदमा लिखने और गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। मौके पर आई पुलिस के समझाने पर भी शव ले जाने देने को तैयार नहीं हुए।  
 
सुबह तीन बजे एसीपी सदर इमरान अहमद के समझाने पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया। मामले में एसीपी सदर इमरान अहमद ने बताया कि युवक का मोबाइल और सुसाइड नोट कब्जे में लिया गया है। आरोपों और साक्ष्यों की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।  
 
सुसाइड नोट में मोबाइल का पासवर्ड तक बताया  
 
सागर के पास मिले सुसाइड नोट में उन्होंने युवती को संबोधित करते हुए लिखा है कि मुझे पता नहीं कि मेरे मरने के बाद भी हमारी शादी होगी?बस यही बर्दाश्त नहीं हो रही। खुश रहोगी जहां जाओगी पर मैं नहीं जी पा रहा। अभी मरने का मन नहीं हुआ,अभी काल करलो रुक जाऊं। तुम नहीं तो कोई नहीं, बस मजाक मत उड़ाना कि मैं तुम्हारे पीछे मर गया... बाय टेक केयर ,ध्यान रहे खुश रहना।  
 
इसके बाद दूसरे पैरा में अपनी मौत क जिम्मेदार युवती के परिवार वालों को बताते हुए केस के रुपये लेने और पलायन करने को मजबूर करने का आरोप लगाया और इसकी सारी रिकार्डिंग अपने मोबाइल के प्राइवेट फोल्डर में हाेने की बात लिखने के साथ मोबाइल का पासवर्ड भी लिखा है।  
 
युवती ने लगाए थे यह आरोप  
 
सात अगस्त को युवती ने सदर थाने में पड़ोसी सागर उसकी मां और पिता पर मुकदमा दर्ज करवा आरोप लगाया था कि सागर काफी दिनों से रास्ते में रोककर हाथ पकड़ गाड़ी पर बैठने का दबाव बनाता है। भाई और परिवार वालों को जान से मारने की धमकी दे रहा है। पूर्व में स्कूल में पढ़ाने जाने के दाैरान तेजाब फेक हमले का प्रयास कर चुका है।  
 
एक दिन पहले घर में घुसकर पिता पर तमंचा तानकर शादी का दबाव बनाया। इस काम में उसके माता पिता सहयोग कर रहे हैं। बाद में मामले में दोनों पक्षों में समझौता हो गया। अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए युवती के न्यायालय में बयान होने थे। |