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जागरण संवाददाता, बाराबंकी। प्रकृति की क्रूर नियति का शिकार दादन पुर गांव का एक परिवार हो गया। देवा फतेहपुर मार्ग पर हुए हादसे ने सोमवार को इस परिवार को कभी न भरने वाला जख्म दिया। हादसे को सुनकर पूरा जिला द्रवित हो उठा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
प्रत्यक्षदर्शियों की तो रूह कांप गई। घटना के डेढ़ घंटे तक आलम यह रहा है कि कोई कुछ बता पाने की स्थिति में ही नहीं रहा। कार में कोई ऐसा नहीं बचा जो नाम व पता बता सके। कार में कुल आठ लोग सवार थे।  
 
रात 10 बजे देवा फतेहपुर मार्ग पर स्थित कल्याणी नदी के पुल के पास सामने से आ रही एक ट्रक ने कार में ठोकर मार दी। फतेहपुर के रहने वाले वासु की नई अर्टिगा कार थी। अभी कार में नंबर तक नहीं पड़े थे। वासु ने किराए पर गाड़ी चालक मोहम्मदपुर खाला के श्रीकांत शुक्ला के हाथ भेजी थी।  
 
कार में सवार सभी आठ लोगों को गंभीरावस्था में सीएचसी देवा लाया गया। घटना का जिक्र करते हुए देवा सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डा. राधेश्याम गौंड भावुक हो जाते हैं। वह बताते हैं कि आठ में से छह लोगों मृत अवस्था में सीएचसी लाए गए। एक 15 वर्षीय बालक व एक बुजुर्ग की मपुलहज सांसे चल रही हैं।  
 
आनन-फानन रास्ता खाली कराते हुए पुलिस एंबुलेंस से दोनों घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। यहां आते ही ईएमओ ने तत्काल दोनों को राजधानी के केजीएमयू रेफर कर दिया।  
 
मृतकों की शिनाख्त करने में जुटे घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम फतेहपुर कार्तिकेय सिंह ने बताया कि कार सवार देवा से फतेहपुर की तरफ टैक्सी गाड़ी से जा रहे थे। प्रशासन हादसे के कारणों की जांच कर रहा है।  
 
जो भी मौके पर पहुंचा अफसर हो या कर्मचारी, राहगीर हो या सवार, यह दृश्य देखकर कलेजे से हूक निकल गई। अफसरों को भी यह नहीं समझ आ रहा था कि आखिर ऐसा कैसे हो गया।  
 
दुर्घटना बाहुल्य स्थलों में एक है कल्याणी पुल  
 
बाराबंकी से देवा फतेहपुर जाने वाला मार्ग दो लेन है। यहां पर यातायात दबाव सर्वाधिक रहता है। जिसपर अधिकतर सड़क के दोनों किनारों पर बसावट व बस्तियां है। डिवाइडर हैं नहीं और सफेद पट्टिकाएं भी नहीं। कल्याणी पुल पर अक्सर हादसे होते रहते हैं। उसके बाद भी लोक निर्माण विभाग की तरफ से साइनेज व रिफ्लेक्टर समुचित नहीं लगाए गए हैं।  
 
मुख्यमंत्री ने जताया गहरा शोक  
 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने देवा हादसे को संज्ञान लिया। मृतकों के शोक संतृप्त परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। घायल हुए लोगों के समुचित उपचार के भी निर्देश दिए।   
 
मंजर देख कांप उठे राहगीर   
 
भयावह मंजर देखकर राहगीर कांप उठे। मो.पुर खाला के रहने वाले शिक्षक अंशुमान मिश्रा अपनी पत्नी के साथ गांव जा रहे थे। रास्ते में हादसे के कारण जाम में फंस गए। वह बताते हैं कि भयानक हादसा देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। कोई कुछ बोल ही नहीं पा रहा था।  
 
बस किसी तरह कार में फंसे लोगों को बाहर निकालने का हर कोई प्रयास करता दिखाई पड़ रहा है। लोग ईश्वर से सबकी जिंदगी बचाने की प्रार्थना भी कर रहे थे, लेकिन जब तक लोगों को कार से बाहर निकाला गया, उनकी सांसे उखड़ चुकी थी।  
 
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