जागरण संवाददाता, फतेहपुर। ललौली-बंधवा मार्ग तीन दशक से जर्जर चल रहा है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण भारी वाहन प्रतिदिन तीन से चार खराब हो जाते हैं। बीच मार्ग में वाहन खराब होने से दूसरे वाहनों का आवागमन नहीं होता है और लंबा जाम लग जाता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इन समस्याओं को देखते हुए शासन ने दिसंबर 2024 में छह किमी लंबे मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए 6.49 करोड़ रुपये की स्वीकृति लोक निर्माण विभाग को दिया था। विभाग ने ई-टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी करने के बाद मार्च 2025 में काम शुरू करा दिया था। काम शुरू हुए आठ माह बीत गए हैं और 1.75 करोड़ रुपये खर्च हो गए हैं। मरम्मतीकरण का कार्य धीमी गति से चलने के कारण अभी तक सड़क गड्ढामुक्त नहीं हुई हैं। जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं।  
रोज गुजरते हैं इतने वाहन  
 
ललौली-बंधवा मार्ग बांदा जिला और कानपुर-प्रयागराज को जोड़ने का काम करता है। इस सड़क से गिट्टी व मौरंग के लदे ट्रक प्रतिदिन दो से तीन हजार वाहन आवागमन करते हैं। यह सभी ट्रक कबरई से गिट्टी और मध्य प्रदेश की खदानों से मौरंग लेकर कानपुर, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, उन्नाव जिलों दूरी तय करते हैं। सड़क जर्जर होने से यह प्रतिदिन ललौली कस्बा और बंधवा के बीच खराब हो जाते हैं। जिससे दूसरों वाहनों का आवागमन नही हो पाता है और लंबा जाम लग जाता है।  
 
बांदा से कानपुर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से आते-जाते हैं। साथ बांदा से कानपुर रेफर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। सड़क में जाम लगा होने से पुलिस के माध्य से एंबुलेंस को दूसरे मार्ग से निकला जाता है। लोक निर्माण विभाग ने आठ माह गुजार दिए और 1.75 करोड़ रुपये खर्च कर दिया है। लेकिन सड़क की सूरत नही बदली। आज भी मार्ग में वाहन खराब हो रहे हैं और जाम लगता है।   
बोले जिम्मेदार   
  
 
ललौली-बंधवा सड़क का जीर्णोद्धार का काम मार्च 2025 में शुरू किया गया था। लेकिन वर्षा अधिक समय तक होने से कार्य में तेजी नही आई है। साथ ही वर्षा माह के पहले मौरंग व गिट्टी और डस्ट के मिश्रण को सड़क पर डाला गया था। जो कि यमुना नदी में आई बाढ़ में बह गया है। जिससे गड्ढे पुन: खुल गए हैं। जल्द ही मार्ग को गड्ढामुक्त किया जाएगा।  
- अनिल कुमार गुप्ता, सहायक अभियंता लोक निर्माण खड़-2   |