सहारनपुर में आवास विकास परिषद ने शाकुंभरी विहार योजना के अंतर्गत फ्लैटों की बिक्री शुरू की। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। शहर में अपना घर लेने का सपना संजो रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। आवास विकास परिषद ने दिल्ली रोड पर अपनी शाकुंभरी विहार योजना में तैयार फ्लैटों की बिक्री के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कराए हैं। 70 वर्गमीटर और 45 वर्गमीटर एरिया के कुल 109 फ्लैट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर बिक्री के लिए रखे गए हैं। बीते 27 अक्टूबर को लाटरी के जरिये आवास विकास के कुल 27 फ्लैट की बिक्री हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आवास विकास परिषद की दिल्ली रोड से सटी शाकुंभरी विहार योजना में फ्लैट आवंटन के लिए लाटरी के बाद शेष बचे फ्लैट की बिक्री की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कलक्ट्रेट से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर बसाई जा रही कालोनी में अब 71 वर्गमीटर क्षेत्रफल के 55 फ्लैट और 45 वर्गमीटर क्षेत्रफल के 54 फ्लैट बचे हैं। शाकुंभरी विहार योजना में 45 वर्ग मीटर यानि वन-बीएचके फ्लैट और 70 वर्ग मीटर यानि टू-बीएचके फ्लैटों के आवंटन के लिए आवास विकास ने 30 अक्टूबर से आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहले आओ, पहले पाओ की नीति के आधार पर खरीदार 31 जनवरी तक आनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
आवास विकास परिषद के संपत्ति प्रबंधक महा महिंद ने बताया कि योजना में कुल 80 वन-बीएचके फ्लैट निर्मित कराए गए थे, जिनमें से 27 अक्टूबर को हुई लाटरी में बिके 13 फ्लैट समेत कुल 26 फ्लैट बिक चुके हैं। वहीं कुल 160 टू-बीएचके फ्लैट में से अभी तक 105 फ्लैट बिके हैं, जिनमें से 14 फ्लैट की बिक्री 27 अक्टूबर को लाटरी के जरिये हुई है। संपत्ति प्रबंधक ने बताया कि वन-बीएचके की कीमत थर्ड फ्लोर 17,30860 रुपये, सेकेंड फ्लोर 17,45860, फर्स्ट फ्लोर 1760860 रुपये और ग्राउंड फ्लोर 18,95960 रुपये रखी गई है। वहीं टू बीएचके फ्लैट की कीमत थर्ड फ्लोर 26,77,320 रुपये, सेकेंड फ्लोर 27,00,700, फर्स्ट फ्लोर 27,23,820 रुपये और ग्राउंड फ्लोर 29,33040 रुपये रखी गई है।
महा महिंद, संपत्ति प्रबंधक अधिकारी, आवास विकास परिषद का कहना है कि शाकुंभरी विहार योजना में आनलाइन पंजीकरण कराने पर खरीदारों को मूल कीमत पर फ्लैट दिया जा रहा है। वहीं एकमुश्त नगद फ्लैट खरीदने पर करीब 12 प्रतिशत तक छूट भी दी जा रही है। वहीं आधी कीमत जमा करने पर खरीदारों को फ्लैट पर कब्जा दे दिया जाएगा। खरीदारों को शेष राशि किश्तों में भुगतान की भी सुविधा मिल सकेगी, लेकिन इसपर उन्हें नौ से 11 प्रतिशत तक ब्याज देना पड़ेगा। |