विद्युत निगम कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए वर्टिकल सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जोन-प्रथम के दो लाख 55 हजार बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नवंबर से लागू होने वाली नई व्यवस्था अब 15 नवंबर को लागू होगी। विद्युत निगम उपभोक्ताओं की सुविधा और कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए वर्टिकल सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। नई व्यवस्था में अब हर कार्य के लिए अलग अधिकारी जिम्मेदार होगा। यानी कनेक्शन, मीटर, बिलिंग और शिकायत निवारण के लिए उपभोक्ताओं को अब अलग-अलग अफसरों से संपर्क करना होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जोन-एक के मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल ने बताया कि प्रबंधन द्वारा पूरे क्षेत्र को पुनगठित करते हुए कार्य आधारित कार्यालय गठित किए गए हैं। जिसमें विद्युत आपूर्ति से संबंधित सभी शिकायतों का निस्तारण करने के लिए टीम मय गाड़ी के साथ गठित की गई है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता की सुविधा के लिए चार सहायता केंद्र भी बनाए गए हैं।
अब तक अधिशासी अभियंता (वितरण) ही कनेक्शन देने, मीटर लगाने, बिल तैयार करने और वसूली की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इससे कई बार कार्यों में देरी और उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन 15 नवंबर से यह जिम्मेदारियां विभाजित होंगी। नई व्यवस्था में एक अधिकारी कनेक्शन, मीटर लगाने, बिल सुधारने और बिल वसूली से जुड़े कार्य देखेगा।
दूसरा अधिकारी स्मार्ट मीटर स्थापना और 1912 पर दर्ज उपभोक्ता शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी संभालेगा। वहीं तीसरा अधिकारी बिजली की निर्बाध आपूर्ति, 33 केवी व 11 केवी लाइनों में आने वाले फाल्ट, जले ट्रांसफार्मर बदलने और उपकेंद्रों पर दर्ज शिकायतों के समाधान का जिम्मेदार होगा।
विद्युत निगम के अधिकारियों के अनुसार, इस व्यवस्था से जवाबदेही तय होगी और उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण तेजी से किया जा सकेगा। विभाग का दावा है कि वर्टिकल सिस्टम लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को एक ही जगह बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। |