सीबीआई ने सीबीआई की विशेष अदालत में अर्जी दाखिल कर भुल्लर का पांच दिनों का रिमांड मांगा।
रवि अटवाल,चंडीगढ़। रिश्वत मामले में पकड़े गए पंजाब के पूर्व डीआइजी हरचरण सिंह भुल्लर कर रिमांड हासिल करने के लिए सीबीआई और पंजाब विजिलेंस में मुकाबला देखने को मिला। शनिवार सुबह ही सीबीआई और विजिलेंस दोनों ने भुल्लर के रिमांड के लिए तैयारियां कर ली थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सीबीआई ने चंडीगढ़ स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में अर्जी दाखिल कर भुल्लर का पांच दिनों का रिमांड मांग लिया, जबकि पंजाब विजिलेंस ने मोहाली की सीजेएम कोर्ट में रिमांड के लिए अर्जी दाखिल कर दी। इससे पहले ही मोहाली कोर्ट भुल्लर का रिमांड दे और प्राेडक्शन वारंट के आर्डर जारी करे, इससे पहले ही सीबीआइ कोर्ट ने जांच एजेंसी को उसका पांच दिन का रिमांड माग लिया है।
सीबीआई ने कहा-भुल्लर से पूछताछ जरूरी
सीबीआई ने विशेष अदालत में अर्जी दाखिल कर कहा कि भुल्लर से उसकी आय के स्त्रोतों और रिश्वत के खेल में शामिल अन्य अफसरों के बारे में पूछताछ की जानी है। इसके अलावा बिचौलिये कृष्णु शारदा ने भी रिमांड के दौरान पंजाब पुलिस में रिश्वत को लेकर कई खुलासे किए हैं। इसलिए दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जानी है। इसलिए सीबीआई ने भुल्लर का पांच दिनों का रिमांड मांगा है।
सीबीआई और विजिलेंस दोनों ने दर्ज किए केस
16 अक्टूबर को सीबीआई ने हरचरण सिंह भुल्लर को उनके बिचौलिए कृष्णु शारदा के साथ गिरफ्तार किया था। वह मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता से एक आपराधिक मामले में धमकाकर आठ लाख रुपये रिश्वत मांग रहे थे। सीबीआई ने भुल्लर को गिरफ्तार कर उनकी सेक्टर-40 स्थित कोठी पर छापेमारी की।
उस दौरान सीबीआई को वहां से साढ़े सात करोड़ रुपये कैश, ढाई किलो सोना, 80 से ज्यादा नामी-बेनामी संपत्तियों का रिकार्ड बरामद हुआ था। इसलिए सीबीआई ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर लिया था। उसी दिन पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भी भुल्लर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर लिया था। इसलिए अब विजिलेंस भी भुल्लर की कस्टडी हासिल करना चाहती है। |
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