जागरण संवाददाता, अमरोहा। प्रदेश सरकार ने गन्ना के समर्थन मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। इससे जनपद के करीब 1.75 लाख गन्ना किसानों को लाभ मिलेगा। इससे किसानों में खुशी है और वह सरकार के फैसले को किसान हित में उठाया गया कदम बता रहे हैं। हालांकि, कुछ किसानों ने दैनिक जागरण को दी गई प्रतिकि्रया में अभी और दाम बढ़ाने की मांग सरकार से की है। उनका कहना है कि खेती में लागत बढ़ती जा रही है। उसके हिसाब से सरकार काे गन्ना के दामों में और बढ़ोतरी करने चाहिए थे।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी की मांग किसान काफी समय से करते आ रहे हैं। सरकार ने अगैती प्रजाति का समर्थन मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल व सामान्य का 390 रुपये प्रति क्विंटल कर किसानों की मांग का सम्मान रखा है।- चौधरी दिवाकर सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू शंकर  
 
   
 
गन्ने का समर्थन मूल्य 30 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाना स्वागत योग्य है। लेकिन किसानों की उम्मीद 450 रुपए प्रति क्विंटल दाम बढ़ने की थी। उन्होंने सरकार से आगे और बढ़ोतरी की मांग की है।- जसपाल सिंह फौजी, मंडल अध्यक्ष भाकियू महात्मा टिकैत 
 
आजकल खेती में लागत बढ़ती जा रही है। उसके अनुसार गन्ना के समर्थन मूल्य में 30 रुपए की बढ़ोतरी कम है। इससे किसानों को कुछ राहत जरूर मिली है। गन्ने का उचित मूल्य 450 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए था। 
चौधरी महावीर सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू चौधरी स्व.करतार सिंह  
 
योगी सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ने का मूल्य 30 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। हालांकि लागत बढ़ने के कारण इसमें और वृद्धि की आवश्यकता थी, ताकि किसानों को उचित लाभ मिल सके। 
विनीत कुमार, किसान 
 
सरकार अपने उत्पादों पर महंगाई करती जा रही है। जिसकी वजह से खेती में लागत बढ़ गई है। गन्ने के समर्थन मूल्य में 30 रुपये की बढ़ोतरी से किसानों को सरकार ने राहत दी है। उसका यह फैसला सराहनीय है।- नरेश चौधरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू संयुक्त मोर्चा |