cy520520 • 2025-10-22 01:07:44 • views 467
पीएम मोदी का दिवाली संदेश (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को अन्याय के खिलाफ बदला करार दिया है। दिवाली के अवसर पर आम जनता को लिखे शुभकामना पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को अन्याय से लड़ने की भगवान श्रीराम की सीख का जीवंत उदाहरण बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आम जनता से स्वदेशी अपनाने और खाने में तेल की मात्रा 10 फीसद कम करने के साथ ही सामाजिक सद्बाव, सहयोग और सकारात्मकता से दिवाली मनाने की अपील की। उन्होंने एक दीप से दूसरे दीप जलाने से प्रकाश और बढ़ने को दिवाली की सीख बताते हुए इसे अपनाने की सलाह दी।
राम मंदिर का किया जिक्र
भगवान श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में मनाई जाने वाली दिवाली के अवसर प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के बाद यह दूसरी दिवाली है। भगवान श्रीराम को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे हमें मर्यादा का पालन करना भी सिखाते हैं और अन्याय से लड़ने की सीख भी देते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि \“\“ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मर्यादा का पालन भी किया और अन्याय का बदला भी लिया। \“\“प्रधानमंत्री के अनुसार माओवादी आतंक के खात्मे के कगार पर पहुंचने से यह दिवाली विशेष हो गई है। उनके अनुसार माओवादी हिंसा से मुक्त दूरदराज के इलाके में घरों में पहली बार दीवाली पर दीप जलेंगे।
मुख्यधारा में शामिल हो रहे माओवादी
उन्होंने बड़ी संख्या में माओवादियों के संविधान के प्रति आस्था जताते हुए हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने को बड़ी उपलब्धि बताया। ध्यान देने की बात है कि पिछले हफ्ते शीर्ष संगठन पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी के सदस्य समेत 500 से अधिक माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया था।
दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को जीएसटी की दरों कटौती समेट अगली पीढ़ी के बड़े सुधारों की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरों में कटौती से देशवासियों के करोड़ों रूपये बच रहे हैं। उनके अनुसार अनेक संकटों से गुजर रही दुनिया में भारत स्थिरता व संवेदनशीलता का प्रतीक बनकर उभरा है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है।
आम लोगों से पीएम मोदी की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए आम लोगों से सहभागिता सुनिश्चित करने और एक नागरिक के रूप में कर्तव्य के निर्वहन करने की अपील की। इसके लिए स्वदेशी अपनाने, सभी भाषाओं का सम्मान करने, स्वच्छता का पालन करने का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और इसके लिए भोदन में तेल की मात्रा 10 प्रतिशत करने को कहा। |
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