कर्नाटक में अवैध रेत खनन को लेकर राजनीति तेज। (प्रतीकात्मक तस्वीर)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस के विधायक बसवराज रायरेड्डी ने अपनी ही सरकार पर गैर-कानूनी रेत खनन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि माइंस और भूविज्ञान विभाग के अधिकारी तुंगभद्रा नदी के किनारे बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन में शामिल हैं। बता दें कि बसवराज रायरेड्डी सीएम सिद्दरमैया के आर्थिक सलाहकार भी हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इस संबंध में उन्होंने राज्य के सीएम सिद्दरमैया को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मदद से हर दिन 100-150 ट्रक अवैध तरीके से रेत ट्रांसपोर्ट की जाती है।  
कांग्रेस विधायक ने इन अधिकारियों को बताया मास्टरमाइंड  
 
येलबुर्गा से कांग्रेस विधायक ने खनन विभाग की एक सीनियर अधिकारी पुष्पलता और दो भूविज्ञानी सनीथ और नवीन कुमार को इस मामले में मास्टरमाइंड करार दिया है। विधायक ने इस मामले में 10 अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया कि कुछ अधिकारी 10 साल से अधिक समय से इस पोस्ट पर बने हुए हैं।   
 
विधायक का कहना है कि इन अधिकारियों की ये गतिविधियां सरकार की साख को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस अवैध बालू खनन से राज्य के खजाने को 400 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इस पत्र के सामने आने के बाद पुष्पलता समेत कई अधिकारियों के ट्रांसफर की सिफारिश की गई है। वहीं, राज्य में सियासी पारा हाई हो गया है।   
बीजेपी ने साधा निशाना  
 
कांग्रेस विधायक के इस पत्र के सामने आने के बाद कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक रायरेड्डी के इस पत्र पर बीजेपी ने हमला बोला है। विपक्ष के नेता आर अशोक ने एक अखबार की कटिंग को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री के अपने सलाहकार ने Rs 400 करोड़ के रेत माफिया स्कैम का पर्दाफाश किया! सच अब और नहीं छिप सकता।  
 
इस सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा गया कि यह मानने के बाद कि कर्नाटक लापरवाह गारंटी स्कीम की वजह से दिवालिया हो गया है और यह दावा करने के बाद कि यह करप्शन में नंबर 1 राज्य है, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार और कर्नाटक कांग्रेस के विधायक बसवराज रायरेड्डी ने अब रेत माफिया-पॉलिटिशियन नेक्सस का पर्दाफाश किया है! |