पैरों से पता चलेगा सेहत का हाल (Picture Courtesy: Freepik)  
 
  
 
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं हमारे पैर हमारी सेहत का आईना होते हैं? हालांकि, हम अपने पैरों पर कम ही ध्यान देते हैं, लेकिन कई बार हमारी बिगड़ती सेहत का पहला संकेत (Signs of Poor Health in Legs) हमारे पैरों में ही नजर आता है।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
जी हां, हमारे शरीर में होने वाली कई समस्याओं के सबसे पहले लक्षण हमारे पैरों में दिखते हैं। अगर वक्त रहते इन लक्षणों (Health Warnings in Legs) को पहचान लिया जाए, तो समस्या को ज्यादा बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानें पैरों में दिखने वाले किन छोटे-छोटे बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।  
टखनों में सूजन  
 
टखनों में सूजन केवल लंबे समय तक खड़े रहने या चलने के कारण नहीं होती। यह शरीर में पानी जमा होने, किडनी की समस्याओं, हार्ट डिजीज, या लिवर से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है। जब दिल ठीक से पंप नहीं कर पाता या किडनी ब्लड को सही से फिल्टर नहीं कर पाती, तो शरीर में फ्लूइड जमा होने लगता है जिससे टखनों और पैरों में सूजन आ जाती है। अगर यह सूजन लगातार बनी रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।  
 
    
 
(Picture Courtesy: Freepik)  
पैर ठंडे रहना  
 
लगातार ठंडे पैर ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। आर्टरीज में ब्लॉकेज, एनीमिया, थायरॉयड समस्याएं, या डायबिटीज जैसी कंडीशन पैरों तक ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकती हैं। ब्लड फ्लो बिगड़ने के कारण पैर ठंडे पड़े रहते हैं और त्वचा का रंग बदल सकता है। इसके साथ ही सुन्नता या झुनझुनी की जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।  
चलते वक्त पैरों में दर्द  
 
चलने के दौरान पैरों, खासतौर से पिंडलियों में दर्द होना, जिसे क्लॉडिकेशन कहते हैं, पेरिफरल आर्टरीज डिजीज का संकेत हो सकता है। यह स्थिति तब होती है जब पैरों की आर्टरीज कॉन्स्ट्रिक्ट या ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे मांसपेशियों को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। यह दर्द आराम करने पर कम हो जाता है, लेकिन फिर से चलने पर वापस आ जाता है। यह हार्ट डिजीज का एक अहम संकेत भी है।  
 
    
 
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एक पैर गर्म, लाल और सूजा हुआ  
 
अगर एक पैर दूसरे की तुलना में गर्म, लाल और सूजा हुआ है, तो यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस का संकेत हो सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें नसों में क्लॉट बन जाता है। यह क्लॉट टूटकर फेफड़ों तक पहुंच सकता है और जानलेवा स्थिति पैदा कर सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।  
पैरों में घाव जो ठीक नहीं होते  
 
पैरों में ऐसे घाव जो समय के साथ ठीक नहीं होते, खासतौर से डायबिटीज के मरीजों में, एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं। डायबेटिक न्यूरोपैथी के कारण पैरों की सेंसिटिविटी कम हो जाती है, और ब्लड फ्लो में रुकावट के कारण घाव ठीक नहीं हो पाते। ऐसे घाव इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं।  
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। |