डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दीवाली और छठ पूजा का त्योहारी सीजन के पहले रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर पैर रखने की जगह नहीं बची है। टिकट के लिए मारामारी है और बसों के किराए आसमान छू रहे हैं।  
 
आलम ये हैं कि लोग घंटो तक लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपने-अपने शहरों के लिए ट्रेन पकड़ रहे हैं। बसों के किराए में तो 5 गुना इजाफा देखा गया। टिकट महंगे होने के बावजूद उपलब्धता कम होने से यात्रियों को घंटों इंतजार व मारामारी का सामना करना पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
देशभर में बस, ट्रेन में भारी भीड़  
 
दीवाली से पहले दिल्ली से लेकर मुंबई और सूरत से लेकर भोपाल तक रेलवे स्टेशन पर 12-12 घंटे तक लोग लाइनों में लगे रहे। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर सिर्फ शनिवार को 1 लाख 75 हजार यात्री स्टेशन पहुंचे थे। रेल मंत्री ने बताया कि इनमें 75 हजार नॉन-रिजर्व यात्री हैं।  
रेलवे ने त्योहार से पहले किए ये उपाय  
 
ऐसे में सेंट्रल रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कमर कस ली है। 1,702 स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया गया है, ताकि लोग अपने परिवार के साथ त्योहार मना सकें। यह कदम लाखों यात्रियों के लिए राहत की सांस लेकर आया है।  
 
सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल नीला ने बताया कि ये ट्रेनें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, पुणे, कोल्हापुर और नागपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों से शुरू होंगी।  
 
खासतौर पर 800 से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए चलेंगी। इसके अलावा, देश के अन्य हिस्सों को जोड़ने वाली ट्रेनें भी इस दौरान उपलब्ध रहेंगी।  
यात्रियों की सुविधा के लिए खास इंतजाम  
 
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। प्रमुख स्टेशनों पर 3,000 से ज्यादा यात्रियों की क्षमता वाले होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, जहां भोजन, पानी, शौचालय और पंखे जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए मोबाइल यूटीएस सर्विस शुरू की गई है और अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले गए हैं, ताकि यात्रियों को लंबी कतारों में न रुकना पड़े।  
 
इन इंतजामों का मकसद है कि त्योहारी सीजन में यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। सेंट्रल रेलवे का कहना है कि ये कदम यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सफर सुनिश्चित करेंगे।  
सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो से सावधान  
 
रेलवे ने सोशल मीडिया पर भ्रामक और पुराने वीडियो शेयर करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला किया है। रेलवे प्रशासन के मुताबिक, कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स स्टेशनों पर भीड़ या अन्य घटनाओं के पुराने वीडियो शेयर कर यात्रियों के बीच भ्रम फैला रहे हैं। ऐसे 20 से ज्यादा हैंडल्स की पहचान की गई है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।  
 
रेलवे ने 24x7 सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया है, ताकि ऐसी गतिविधियों पर नजर रखी जाए। यात्रियों से अपील की गई है कि वे केवल रेलवे मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स (@RailMinIndia) पर भरोसा करें और बिना तथ्य जांचे वीडियो शेयर करने से बचें।  
 
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