डिजिटल डेस्क, पटना। त्योहारी सीजन में रेलवे यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन इसी बीच कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स द्वारा फैलाए जा रहे भ्रामक वीडियो और जानकारियों ने रेलवे प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
रेलवे ने साफ किया है कि सोशल मीडिया पर जानबूझकर भीड़भाड़, अफरा-तफरी और अव्यवस्था के पुराने या संदर्भहीन वीडियो वायरल कर यात्रियों में भ्रम फैलाया जा रहा है, जिससे अफवाह और असंतोष की स्थिति बन रही है।  
 
रेलवे प्रशासन ने अब ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक 20 से अधिक हैंडल्स की पहचान कर उन पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा चुकी है।  
24x7 मॉनिटरिंग और सख्त निगरानी  
 
रेलवे ने एक विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल सक्रिय किया है जो 24 घंटे फेसबुक, X (पूर्व में ट्विटर), इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर वायरल कंटेंट की निगरानी कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी तरह की ग़लत जानकारी या भ्रम फैलाने की कोशिश को गंभीरता से लिया जाएगा, और दोषियों पर आईटी एक्ट और रेलवे सुरक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।  
यात्रियों से अपील: अफवाहों से बचें, सिर्फ आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें  
 
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी वीडियो, फोटो या पोस्ट को तथ्यों की पुष्टि किए बिना शेयर न करें। विशेष रूप से त्योहारों के समय जब ट्रेनों में यात्रियों की संख्या अत्यधिक होती है, ऐसे में भ्रमित करने वाली सूचनाएं सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकती हैं।  
 
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी अपडेट, ट्रेन संचालन संबंधी सूचनाएं और यात्री सुविधाओं की जानकारी केवल रेल मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स — @RailMinIndia (X, Facebook, Instagram, YouTube) पर ही दी जा रही हैं।  
 
रेलवे प्रशासन का यह एक्शन यह दर्शाता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदारी से व्यवहार करना अब केवल नैतिक नहीं, कानूनी अनिवार्यता भी बन चुका है। त्योहारों के इस व्यस्त मौसम में रेलवे जहां यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने में जुटा है, वहीं अफवाह फैलाने वालों पर अब शिकंजा कसता नजर आ रहा है। |