19 महीने में सेना में पदस्थापित गैरिसन इंजीनियर ने अर्जित की आय से 87.67 लाख रुपये अधिक की संपत्ति। सांकेतिक तस्वीर  
 
  
 
राज्य ब्यूरो, रांची। सीबीआई की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने पूर्व में गिरफ्तार सेना के पदस्थापित गैरिसन इंजीनियर साहिल रातुसरिया के विरुद्ध 16 अक्टूबर को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में नई प्राथमिकी दर्ज की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
सीबीआई ने इसी वर्ष 19 मार्च को गैरिसन इंजीनियर साहिल रातुसरिया को 40 हजार 500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने इंजीनियर के नामकुम स्थित आवास में तलाशी ली थी, जहां से 80 लाख रुपये नकद, आवास से एक करोड़ रुपये मूल्य के शेयर, 60-70 लाख रुपये के मूल्य के जेवरात आदि मिले थे।  
 
इसके बाद सीबीआई ने गैरिसन इंजीनियर साहित रातुसरिया के आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच की तो पता चला कि महज 19 महीने में इस इंजीनियर ने 
आय से लगभग 87,67,530 रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की है।  
 
गैरिसन इंजीनियर का रांची में आवास नामकुम स्थित लीची बगान में क्वार्टर नंबर पी-76/4 में है। उनका असम के नागांव में ओल्ड एटी रोड हैबरगांव स्थित सीके आयरन स्टोर है।  
सीबीआई ने इंजीनियर के आय-व्यय की जांच की  
 
सीबीआई की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने सेना में पदस्थापित गैरिसन इंजीनियर साहिल रातुसरिया के रांची में पदस्थापन काल (एक सितंबर 2023 से 19 मार्च 2025) को चेक पीरियड मानकर उनकी आय-व्यय व अर्जित संपत्ति की जांच की।  
 
जांच में आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक वित्तीय संसाधन व संपत्ति अर्जित करने के मामले में वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। सीबीआइ की छानबीन में पता चला कि गैरिसन इंजीनियर साहिल रातुसरिया को उक्त चेक पीरियड में अपने सभी स्रोतों से 23 लाख 11 हजार 353 रुपये की आय हुई थी।  
 
इस अवधि में उन्होंने 6 लाख 89 हजार 843 रुपये खर्च किया था। इसके अलावा इस पीरियड में उन्होंने अपने नाम पर एक करोड़ तीन लाख 89 हजार 40 रुपये की चल-अचल संपत्ति भी अर्जित की थी।  
 
इस तरह गैरिसन इंजीनियर ने चेक पीरियड में अपनी ज्ञात आय स्रोतों से 379.32 प्रतिशत अधिक यानी लगभग 87 लाख 67 हजार 530 रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की है।  
 
जांच में पुष्टि के बाद ही सीबीआई ने 16 अक्टूबर को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में गैरिसन इंजीनियर साहिल रातुसरिया पर प्राथमिकी दर्ज की है।  
27 लाख रुपये के बिल भुगतान में मांगी थी 54 हजार की रिश्वत  
 
सीबीआई की रांची स्थित एसीबी ने 19 मार्च को सेना के गैरिसन इंजीनियर को 40 हजार 500 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था। उसने सिविल कार्य करने वाले एक ठेकेदार के करीब 27 लाख रुपये के बिल भुगतान के एवज में 54 हजार रुपये की मांग की थी।  
 
वह ठेकेदारों से डेढ़ से तीन प्रतिशत तक की राशि कमीशन में वसूलता था। सीबीआइ ने जाल बिछाकर उसे पकड़ा था। छानबीन में उसके भ्रष्टाचार की काली करतूत का खुलासा हुआ था। |