पूर्व मंत्री माेनाजिर हसन। (फोटो जागरण)
रजनीश, मुंगेर। मुंगेर विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव रोचक होता जा रहा है। पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन के मैदान में उतरने से राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
दो बार जदयू, एक बार राजद और एक बार जनता दल से विधायक रह चुके वरीय नेता मोनाजिर हसन को एआईएमआईएम ने टिकट दिया है। शुक्रवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया। उनकी अपने समाज में गहरी पकड़ मानी जाती है, वहीं यादव समुदाय के बीच भी उनका प्रभाव कम नहीं है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुंगेर विधानसभा क्षेत्र में 30 हजार से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। एआईएमआईएम ने चुनाव से पहले ही मुंगेर प्रमंडल की 22 सीटों में दो से तीन पर मुस्लिम प्रत्याशी देने की मांग महागठबंधन से की थी। इसके लिए पार्टी की ओर से कई बैठकें भी हुई, लेकिन महागठबंधन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नतीजतन एआईएमआईएम ने स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरते हुए मोनाजिर हसन पर दांव खेला है।
जनसुराज से नहीं मिला टिकट तब बदला पाला
मोनाजिर हसन के समर्थन में न केवल मुस्लिम समाज, बल्कि यादव वर्ग के लोग भी सक्रिय दिख रहे हैं। उनके पुराने राजनीतिक अनुभव और सामाजिक संबंधों के कारण वे महागठबंधन के पारंपरिक एमवाय (मुस्लिम-यादव) समीकरण में सेंध लगा सकते हैं।
शुक्रवार को नामांकन के दौरान विभिन्न समुदायों के लोग उनके साथ मौजूद रहे, जिससे राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि मोनाजिर हसन मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकते हैं। मोनाजिर हसन पहले जनसुराज पार्टी से टिकट की उम्मीद कर रहे थे।
उन्होंने पार्टी के साथ सक्रिय रूप से काम भी किया, लेकिन अंतिम समय में जनसुराज ने मुंगेर सीट से संजय कुमार सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसके बाद हसन ने एआइएमआइएम का दामन थाम लिया। पार्टी ने उन्हें तुरंत प्रत्याशी बनाकर सिंबल भी दे दिया।
कब-कब किसी पार्टी से हुई जीत
- 1995- मोनाजिर हसन-जनता दल
- 2000-मोनाजिर हसन- राजद
- 2005-मोनाजिर हसन-जदयू
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