वरिष्ठ वैज्ञानिक को मेट्रिमोनियल साइट पर मिली लड़की ने खुद को नीदरलैंड का बताया था, रुपये लेने के बाद कंबोडिया में मिल रहा लोकेशन।   
 
  
 
राज्य ब्यूरो, रांची। अपराध अनुसंधान विभाग के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने में बुधवार को आइआइटी-आइएसएम धनबाद के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने 44 लाख रुपये की ठगी का एक मामला दर्ज कराया है।  
 
ठगी के पीछे की कहानी थोड़ी अलग है। वरिष्ठ वैज्ञानिक ने शादी के लिए मेट्रिमोनियल साइट पर अपना ब्यौरा देकर लड़की की खोज शुरू की थी। करीब एक महीने पहले एक लड़की पसंद आई, जिसने खुद को नीदरलैंड का बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
दिया प्रस्ताव - शादी के पूर्व भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कुछ निवेश किया जाय  
 
इसके बाद दोनों में बातें हुईं और लड़की शादी के लिए तैयार हो गई। शादी के पूर्व लड़की ने उस वरिष्ठ वैज्ञानिक के सामने एक शर्त रखा कि शादी के पूर्व अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कुछ निवेश किया जाय।  
 
इस पर वैज्ञानिक राजी हो गए। लड़की के कहने के अनुसार उसके भेजे गए बैंक खातों पर वरिष्ठ वैज्ञानिक ने रुपये जमा करना शुरू कर दिया। इस तरह उसने निवेश के नाम पर करीब 44 लाख रुपये जमा करवा लिया।  
 
फिर सभी रुपये लेकर लड़की गायब हो गई। अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। अब उससे वैज्ञानिक का कोई संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। थक हारकर वैज्ञानिक ने साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया है।   
जांच में नीदरलैंड नहीं, कंबोडिया मिला लड़की का लोकेशन  
 
वरिष्ठ वैज्ञानिक को मेट्रिमोनियल साइट पर मिली लड़की ने खुद को नीदरलैंड का बताया था। रुपये स्थानांतरित करने के बाद जब उससे संपर्क किया गया तो नंबर बंद था। उन्हें लग गया कि वे साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं।  
 
इसके बाद वैज्ञानिक ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पता चला कि उस लड़की ने नीदरलैंड से नहीं, बल्कि कंबोडिया में बैठकर वरिष्ठ वैज्ञानिक को अपने जाल में फंसाया था। |