पंजाब में स्वास्थ्य सेवाओं की नई पहचान
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए ‘आम आदमी क्लीनिक’ को जनसेवा का सबसे सफल मॉडल बना दिया है। दिल्ली में तत्कालीन अरविंद केजरीवाल सरकार की मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज़ पर शुरू हुई यह पहल अब पंजाब के हर जिले और गांव तक पहुँच चुकी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अक्टूबर 2025 तक राज्य में कुल 881 आम आदमी क्लीनिक कार्यरत हैं, जिनमें 530 ग्रामीण क्षेत्रों और 312 शहरी क्षेत्रों में संचालित हैं। इन क्लीनिकों में अब तक 2.20 करोड़ से अधिक लोगों ने इलाज करवाया है और 80 लाख से ज्यादा टेस्ट मुफ्त में किए गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक इससे जनता को करीब 1050 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
हर क्लीनिक में 80 तरह की दवाएं और 38 तरह के डायग्नोस्टिक टेस्ट निशुल्क उपलब्ध हैं। औसतन 70 से 80 मरीज प्रतिदिन प्रत्येक क्लीनिक में आते हैं। ये क्लीनिक न केवल आम बीमारियों का उपचार करते हैं, बल्कि अब गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएँ और एंटी-रेबीज इंजेक्शन जैसी आवश्यक सुविधाएँ भी उपलब्ध कराते हैं।
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि सरकार न केवल क्लीनिकों का विस्तार कर रही है बल्कि दवाओं की आपूर्ति को भी सुनिश्चित बना रही है। इसके लिए सीएमओ और एसएमओ को स्थानीय स्तर पर दवाइयों की खरीद के अधिकार दिए गए हैं ताकि किसी भी क्लीनिक में दवा की कमी न हो।
इसके साथ ही, ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ के तहत हर परिवार को 10 लाख रुपये तक का नगद रहित इलाज उपलब्ध करवाने की दिशा में काम शुरू हो चुका है। पंजाब के ये आम आदमी क्लीनिक अब सिर्फ स्वास्थ्य केंद्र नहीं, बल्कि लोगों के विश्वास और भरोसे के प्रतीक बन चुके हैं, जहाँ इलाज, दवाएँ और उम्मीद सब मुफ्त मिल रहे हैं। |