घाटशिला उपचुनाव को लेकर बीजेपी ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट। फाइल फोटो  
 
  
 
जागरण संवाददाता, घाटशिला। झारखंड में होने वाले घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा ने पुरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी। इसी के मद्देनजर भाजपा ने इस उपचुनाव के लिए अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी।  
 
इनमें केंद्रीय मंत्री के अलावे सीएम व भाजपा के कद्दावर नेताओं के नाम शामिल है। उपचुनाव को लेकर जारी स्टार प्रचारकों की सूची में पहला नाम केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का है।  
 
इसके अलावे भाजपा के स्टार प्रचारकों में जुएल उरांव, डा. वीरेंद्र कुमार कटिक, विष्णु देव सहाय, मोहन चरण माझी, बाबूलाल मरांडी, अन्नपूर्णा देवी, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, चंपाई सोरेन, लक्ष्मीकांत वाजपेयी समेत कई नेता घाटशिला में प्रचार को पहुंचेंगे।  
 
ऐसे में भाजपा इस उपचुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। राजनीति के जानकारों का मानना है की पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई। कोल्हान में काफी बुरा हाल रहा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
ऐसे में इस उपचुनाव के बहाने भाजपा इसे जीतकर पूरे प्रदेश में एक माहौल तैयार करने में लगी है,ताकि आने वाले 2029 के चुनाव में इसका उसे लाभ मिल सके। इसलिए भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी।  
 
इधर झामुमो का शीर्ष नेतृत्व फिलहाल मंथन में जुटा हुआ है। हेमंत सोरेन तमाम चीजों को बारिकी से मॉनिटरिंग कर रहे है। घाटशिला के चुनावी समीकरण की पल पल अपडेट उन तक पहुंच रही है।  
 
ऐसे में माना जा रहा की पंद्रह अक्टूबर की बैठक से सीएम हेमंत सोरेन पूरी ताकत लगाना शुरू कर देंगे, क्योंकि घाटशिला उपचुनाव उनके भी प्रतिष्ठा का विषय बन गया।  
 
दिवंगत रामदास सोरेन सिर्फ विधायक नहीं थे उनके कैबिनेट का हिस्सा था। ऐसे में इस उप चुनाव में सरकार के कामकाज के आधार पर भी जनता अपना निर्णय देगी। हेमंत सोरेन इसे हर हाल में जीतना चाहेंगे।  
चुनावी माहौल के बीच बलमुचू असम में कांग्रेस को कर रहे मजबूत  
 
झामुमो गठबंधन के लिए घाटशिला सीट पर कांग्रेस का पूर्ण सहयोग बेहद जरूरी माना जा रहा है। इधर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रदीप बलमुचू ने इस सीट पर दावा ठोककर सबको असहज में डाल दिया था।  
 
हालांकि, कांग्रेस आलाकमान की तरफ से झामुमो उम्मीदवार चयन से पहले ही उनके प्रभारी के राजू ने घाटशिला सीट पर झामुमो को समर्थन दे दिया गया था। हालांकि बलमुचू ने इसके बाद भी अपने दावे को कायम रखा।  
 
वे लगातार घाटशिला में कांग्रेस को बचाने के लिए चुनाव लड़ने के पक्षधर वाली बातों को दोहराते रहे। इस बीच जहां झारखंड व बाहर के कई भाजपा नेताओं का रुख घाटशिला विधानसभा की तरफ है।  
 
वहीं घाटशिला से कांग्रेस से तीन बार के विधायक रहे प्रदीप बलमुचू असम के दौरे पर है।वे असम में कांग्रेस को मजबूत बनाने में लग गए। सोमवार को असम में मीडिया कॉर्डिनेटर का दायित्व संभाला। असम में भी आने वाले समय में चुनाव होंगे।  
 
जानकार बताते है की कांग्रेस के अनुभवी नेता बलमुचू के घाटशिला उपचुनाव की राजनीति में अब भी झामुमो की तरफ से सक्रिय नहीं होने से झामुमो की चिंता भी थोड़ी बढ़ने लगी है।  
 
हालांकि ये भी चर्चाएं है की इस मामले की जानकारी हेमन्त सोरेन तक पहुंच गई है वे जल्द ही बलमुचू से बात कर उन्हें उपचुनाव में अपने अनुभव देकर प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने को कह सकते है। |