करवा चौथ के व्रत के दौरान रखें इन बातों का ध्यान (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। करवा चौथ का पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है। इस दौरान महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन भूखे रहकर निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में व्रत के साथ-साथ सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। खासकर पाचन यानी गट हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसलिए कुछ बातों का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इस बारे में ज्यादा अच्छे और सही तरीके से जानने के लिए हमने मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विशाल खुराना से जाना कि व्रत शुरू करने से पहले और व्रत खोलते समय सही खानपान और कुछ जरूरी टिप्स अपनाकर कैसे दिन भर एनर्जी और पेट की सेहत का ध्यान रखा जा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से-
सरगी (व्रत से पहले) में क्या खाएं
- पानी से भरपूर फल (तरबूज, खीरा), नारियल पानी, छाछ और दही जरूर लें, ताकि शरीर हाइड्रेट और पाचन तंत्र एक्टिव रहे।
- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें जैसे ओट्स, दलिया, दाल और सूखे मेवे खाएं, ताकि दिनभर एनर्जी बनी रहे और पेट भी भरा रहे।
- तले-भुने, ज्यादा मसालेदार या बहुत मीठे फूड्स, कैफीन और जंक फूड से बचें। इससे पेट में भारीपन, एसिडिटी हो सकती है और प्यास भी ज्यादा लग सकती है।
व्रत खोलते समय क्या खाएं
- दिनभर व्रत रखने के बाद छोटे घूंट में नारियल पानी, छाछ या साधारण पानी पिएं और सीधे हैवी खाना खाने की जगह सबसे पहले खजूर या ताजे फल जैसे पपीता, सेब आदि लें, ताकि पेट को धीरे-धीरे पोषण और एनर्जी मिले।
- उसके बाद हल्का, घर का बना हुआ दही-चावल, मूंग दाल की खिचड़ी या रोटी-सब्जी जैसा भोजन लें। याद रखें अचानक ज्यादा खाने से परहेज करें।
- तला-भुना, मसालेदार, कोल्ड ड्रिंक्स, मिठाइयों और सोडा वाली ड्रिंक्स से बचें, इससे पेट में गैस, एसिडिटी और अपच हो सकता है।
गट हेल्थ के लिए खास टिप्स
- छाछ, दही जैसी प्रोबायोटिक डाइट सरगी और व्रत खोलने के समय पेट के लिए फायदेमंद हैं।
- कम मात्रा में जीरा या काला नमक छाछ में डाल सकते हैं, यह पाचन के लिए अच्छा होता है।
- पूरे दिन खुद को आराम दें, ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी से बचें और शरीर को आराम दें।
डायबिटिक पेशेंट किन बातों का रखें ध्यान
- डायबिटीज पेशेंट को करवा चौथ पर व्रत के दौरान सेहत का ख्याल रखने के लिए खास सावधानियां बरतनी चाहिए।
- प्रोडक्टिव व्रत के लिए सही खानपान, दवा समय पर खाना और ब्लड शुगर की निगरानी करना जरूरी होता है। अनियंत्रित डायबिटीज, बार-बार हाइपोग्लाइसीमिया या फिर किडनी या दिल से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को स्ट्रिक्ट फास्टिंग करने से बचना चाहिए।
- इसकी जगह वह मोडिफाइड फास्टिंग का ऑप्शन चुन सकती हैं। इसमें सूर्योदय से पहले आपको 1-2 गिलास पानी या फिर नारियल का पानी पी लेना चाहिए। मूनराइज के बाद यानी व्रत तोड़ने के बाद भी सबसे पहले पानी या फिर नारियल पानी पिएं और उसके बाद हल्का भोजन करें।
- शुगर बढ़ने से बचने के लिए व्रत के तुरंत बाद फ्राइड फूड्स और मिठाइयां न खाएं।
- अगर ब्लड शुगर 70 से नीचे या 300 से ऊपर जाए, तो व्रत तुरंत खोल लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
- डायबिटीज अगर कंट्रोल में न हो या कोई जटिलताएं हों, तो व्रत करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- इस तरह सही डाइट प्लानिंग, नियमित मॉनिटरिंग और डॉक्टर की सलाह से डायबिटीज के मरीज करवा चौथ व्रत को सुरक्षित तरीके से रख सकते हैं और गट हेल्थ का भी ख्याल रख सकते हैं।
यह भी पढ़ें- Karwa Chauth 2025: न हो परेशान! करवा चौथ पर चांद नहीं दिखे, तो इस विधि से खोलें व्रत, पूरी होगी हर मनचाही मुराद
यह भी पढ़ें- Karwa Chauth 2025: करवा चौथ व्रत पर करें मां पार्वती की विशेष पूजा, धन-धान्य से भर जाएगा घर |