रेस्टोरेंट बिल्डिंग को सील करने पहुंची निगम की टीम। सौजन्य : निगम
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। नगर निगम गुरुग्राम ने अब प्रॉपर्टी टैक्स डिफाल्टरों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जिन संपत्तियों पर लाखों रुपये का बकाया टैक्स है और जिनके मालिक बार-बार नोटिस के बावजूद भुगतान नहीं कर रहे, उनके विरुद्ध तुरंत कठोर कार्रवाई की जाएगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को जोन-चार क्षेत्र में जोनल टैक्सेशन अधिकारी बीएस छोक्कर की टीम ने कार्रवाई करते हुए गांव बालोला स्थित जिंगालाला रेस्टोरेंट को सील कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, इस रेस्टोरेंट पर 61 लाख 85 हजार 878 रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। इसके बावजूद, मालिक द्वारा कई बार नोटिस मिलने के बाद भी टैक्स की अदायगी नहीं की गई।
जेडटीओ बीएस छोक्कर ने बताया कि नगर निगम का उद्देश्य सिर्फ बकाया टैक्स वसूलना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि सभी संपत्ति मालिक अपने दायित्वों का पालन करें। उन्होंने कहा कि अब जो भी प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कराएगा, उसकी संपत्ति पर सीलिंग या अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम ने प्रॉपर्टी मालिकों से अपील की है कि वे समय पर अपने प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान कर अपने प्रतिष्ठानों और संपत्तियों को सुरक्षित रखें। बकाया टैक्स जमा कराने में देरी करने वालों के विरुद्ध भविष्य में और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अतिक्रमण से सिमटी गलियां, दुकानों के आगे लगी दुकान
फेस्टिवल सीजन की शुरुआत के साथ ही शहर के बाजार अतिक्रमण से घिर गए हैं। बड़े बाजारों से लेकर सड़कों तक अतिक्रमण है। सड़कों से रेहड़ियों को शिफ्ट करने के लिए गुरुग्राम नगर निगम ने वर्ष 2016 में स्ट्रीट वेंडिंग योजना बनाई थी, लेकिन आठ साल बीतने के बाद भी स्थिति नहीं बदली है। नए और पुराने शहर की सड़कों पर इन रेहड़ियों के कारण अतिक्रमण है।
इसके अलावा शहर के सबसे पुराने सदर बाजार को आधुनिक और व्यवस्थित बाजार बनाने की योजना भी लगभग सात साल से लंबित है। यहां पर दुकानदारों ने ही बाजार की गलियों में कब्जा कर लिया है। दुकानों के आगे दुकान सजा दी गई हैं। अतिक्रमण से सेक्टरों के बाजार भी अछूते नहीं हैं। स्थिति यह है कि बाजारों में वाहनों के लिए पार्किंग की जगह भी नहीं मिलती है। अतिक्रमण की परेशानी को शहर के लोग झेल रहे हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं। |
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