उद्योगों के हिसाब से वृद्धि अलग-अलग होगी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में अगले साल वेतन वृद्धि नौ प्रतिशत तक रहने की संभावना है, जो इस साल हुई 8.9 प्रतिशत की औसत वृद्धि से थोड़ा अधिक है। एक सर्वे रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है।
रिपोर्ट कहती है कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि अनिश्चितताओं के बावजूद वेतन वृद्धि का यह रुझान मजबूत घरेलू खपत, निवेश और नीतिगत समर्थन के चलते बना रहेगा। वैश्विक पेशेवर सेवा कंपनी एआन की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2026 में औसत वेतन वृद्धि नौ प्रतिशत रहने का अनुमान है लेकिन उद्योगों के हिसाब से वृद्धि अलग-अलग होगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगले साल रियल एस्टेट/ढांचागत क्षेत्र में सर्वाधिक 10.9 प्रतिशत और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) में 10 प्रतिशत की वेतन बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इसके साथ वाहन निर्माण में 9.6 प्रतिशत, इंजीनियरिंग डिजाइन सेवाओं में 9.7 प्रतिशत और खुदरा एवं जीवन-विज्ञान क्षेत्रों में 9.6 प्रतिशत की वेतन वृद्धि अपेक्षित है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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