cy520520                                        • 2025-10-8 03:06:47                                                                                        •                views 945                    
                                                                    
  
                                
 
  
 
   नोएडा में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, अब तक 426 मामले दर्ज हुए हैं।  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, नोएडा। जिले में डेंगू के 426 मामले सामने आ चुके हैं। लगातार हो रही बारिश से डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है। वहीं, बार-बार मौसम में बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम भी फैल रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
मच्छरों का प्रकोप कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सेक्टर-सोसाइटियों में फॉगिंग कर रही है। जलभराव रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही है। अधिकारियों का कहना है कि लार्वा पाए जाने पर उसे तुरंत नष्ट कर दिया जाता है।  
 
  
 
संक्रमित लोगों की पहचान के लिए डेंगू के मरीजों के परिजनों की भी जांच की जाती है। हालांकि, जिले में डेंगू से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने नोएडा प्राधिकरण के डीजीएम आशीष भाटी की मौत पर बयान जारी कर कहा कि प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर अभी मौत के सही कारण की पुष्टि नहीं हुई है। चूंकि मौत दिल्ली में हुई है, इसलिए आगे की जानकारी दिल्ली से क्रॉस-नोटिफिकेशन के बाद ही जारी की जाएगी।  
 
  
 
  
 
गौरतलब है कि 2023 में जिले में 923 मरीज मिले थे, जबकि पिछले साल 590 मरीज मिले थे। इस साल अक्टूबर तक मरीजों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम रही है। मरीजों की संख्या नियंत्रित करने के लिए, विभाग लार्वा नष्ट करने के लिए लगातार फॉगिंग कर रहा है।  
इससे कैसे बचें  
  
 - घर के आसपास जमा पानी हटाएं। 
 
  - पूरी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। 
 
  - मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं। 
 
  - घर के अंदर और बाहर, खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें। 
 
  - बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं। 
 
    
दो वर्षों में डेंगू के मामले  
  
 - 2023 में 923 मामले 
 
  - 2024 में 590 मामले 
 
  - 2025 में अब तक 426 मामले 
 
    
डेंगू के मामले कम हो रहे हैं  
 
जिला मलेरिया अधिकारी श्रुति कीर्ति वर्मा ने बताया कि टीमें प्रतिदिन लार्वा खोज रही हैं। और प्रतिदिन लार्वा-रोधी गतिविधियां चलाई जा रही हैं। इस वर्ष अब तक 426 मामले सामने आ चुके हैं। |   
                
                                                    
                                                                
        
 
    
                                     
 
 
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