दीपोत्सव पूर्व ही रंग-बिरंगे हुए दो सौ परिवारों के ‘स्वप्न’।  
 
  
 
  
 
प्रवीण तिवारी, अयोध्या। दिव्य-भव्य दीपोत्सव का आयोजन 19 अक्टूबर को होगा। इसमें अब मात्र 12 दिन शेष हैं। दीपोत्सव की तैयारी जमीन पर दिखने लगी हैं। रामकी पैड़ी के घाटों पर मार्किंग शुरू हो गई है। इस बीच रामनगरी व इसके आसपास के 12 गांवों के लगभग दो सौ कुम्हार परिवारों में दीपोत्सव का उल्लास बिखरने लगा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इन गांवों से मिट्टी के दीयों की खरीदारी प्रारंभ हो गई है। सभी दीप हस्तनिर्मित हैं। जिन गांवों से दीये खरीदे जा चुके हैं, उन गांवों के कुम्हारों को फोन पे से धनराशि का ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है। तुंरत धनराशि मिलने पर कुम्हार परिवारों में खुशी की लहर है।  
 
  
 
इसके अलावा जिन गांवों से दीयों की खरीद होनी है वहां पर एक स्थान पर दीये एकत्र किये जा रहे हैं। दीपोत्सव से जुड़ी सामग्री की खरीद पर लगभग डेढ़ से दो करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।  
 
दीपोत्सव की सामग्री की खरीद का दायित्व पहली बार तीर्थ विकास परिषद को सौंपा गया है। इससे पहले यह दायित्व अवध विश्वविद्यालय के पास था। इसमें दीया, तेल, बाती, मोमबत्ती, स्टिक, टीशर्ट, टोपी, जलपान व स्वयंसेवकों के लिए भोजन की व्यवस्था की जानी है।  
 
  
 
इसका टेंडर हो चुका है। सामग्री की आपूर्ति का जिम्मा प्रतिभा प्रेस एंड मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ को मिला है। इनके कार्यकर्ता गांव-गांव दीये खरीद रहे हैं। सोमवार को दीयों की पहली खेप रामकी पैड़ी स्थित स्टोर में पहुंच गई। फर्म प्रबंधक सचिन वैश्य ने बताया कि अयोध्या के कुम्हारों से दीये खरीदना प्राथमिकता है।  
 
बताया कि 33 लाख दीये प्रज्वलित करने के लिए 65 हजार लीटर सरसों का तेल व लगभग 30 हजार टीशर्ट व टोपी की आपूर्ति की जाएगी।  
 
  
 
इसके अलावा मोमबत्ती, बाती, कपूर व माचिस भी खरीदी जायेगी। कुम्हार पप्पू ने बताया कि खरीदारी के साथ धनराशि मिल गई, इससे हम कुम्हारों का उत्सव तो प्रारंभ हो गया।  
 
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