जागरण संवाददाता, मथुरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार की सुबह चार बजे माइल स्टोन 127 पर हुए भीषण हादसे की जांच कर रही टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है। हादसे के समय छह किमी के दायरे में घना कोहरा था, इसके बाद भी वाहनों की रफ्तार कम नहीं हुई। वहीं, टक्कर के बाद बस में हुए शार्ट सर्किट से आग लगी थी। हादसे में जले वाहनों की तकनीकी जांच के सभी पहलुओं को शामिल करने के लिए 24 घंटे का समय समिति ने मांगा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समिति अब सोमवार को डीएम को रिपोर्ट सौंपेगी। कोहरे में वाहनों की भिड़ंत के बाद छह स्लीपर कोच और दो रोडवेज बस व एक कार पूरी तरह जल गई थी। हादसे में 19 लोग जिंदा जल गए जबकि 100 से अधिक घायल हुए थे। शासन के आदेश पर डीएम ने एडीएम (प्रशासन) अमरेश कुमार की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समिति गठित करते हुए 48 घंटे में जांच पूरी करने के निर्देश दिए थे।
बुधवार से समिति ने खंदौली टोल से घटना स्थल के बीच कई बार निरीक्षण का साक्ष्यों का संकलन किया। निरीक्षण के साथ दुर्घटना में घायल हुए लोगों व दुर्घटनाग्रस्त वाहनों के चालक परिचालकों के बयान दर्ज किए। घटना से जुड़े विभिन्न विभागों की तकनीकी टीम ने मौके का मुआयना कर कुछ तकनीकी बिंदु जांच समिति के सामने रखे। अभी तक जांच समिति दुर्घटना का कारण घने कोहरे को मान कर चल रही है। जांच टीम के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, घटना के समय खंदौली टोल प्लाजा और उसके आगे तक कोहरा सामान्य था।
कोहरे के कारण दृश्यता थी शून्य
वहीं, घटनास्थल के छह किमी के दायरे में औसत से ज्यादा कोहरा था। कोहरे के कारण दृश्यता शून्य थी। दृश्यता शून्य होने के बाद भी वाहनों की रफ्तार कम नहीं थी, इसके कारण वाहन आपस में टकरा गए। वहीं, जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि बसों के टकराने से एक बस में शार्ट सर्किट से आग लगी, आग तेजी से फैल गई। किस वाहन में पहले आग लगी, इसके बारे में जांच समिति किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।
हालांकि, कई बसों के तेल के टैंक सुरक्षित पाए गए है। आग किस बस में पहले लगी व कैसे फैली, दुर्घटनास्थल की यमुना नदी से दूरी व कोहरे के बढ़ने जैसे तकनीकी बिंदुओं पर विशेषज्ञों की राय जानने के लिए जांच समिति ने एक दिन का समय और मांग लिया है।
अब सोमवार को जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। डीएम सीपी सिंह ने बताया कि हादसे में कुछ तकनीकी संस्थाओं की जांच में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिस पर और जांच की आवश्यकता है। इसे देखते हुए जांच टीम को 24 घंटे का समय और दिया गया है। समिति हादसे के कारणों के साथ-साथ इस तरह की घटनाओं को रोकने के सुझाव भी देगी। सोमवार को जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। |