पुरी जगन्नाथ मंदिर परिसर एवं बड़दांड को भिक्षुक मुक्त बनाने को लेकर बैठक करते पुरी एसपी प्रतीक सिंह। (जागरण)
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। नववर्ष के आगमन से पहले विश्वप्रसिद्ध श्रीजगन्नाथ मंदिर परिसर और बड़दांड को भिक्षुक मुक्त बनाने की दिशा में जिला पुलिस ने कमर कस ली है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रतीक सिंह ने सभी थाना प्रभारियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक कर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए।बैठक में मंदिर क्षेत्र, बड़दांड और आसपास के प्रमुख पर्यटक स्थलों पर भिक्षावृत्ति पर प्रभावी रोक लगाने तथा निराश्रित, असहाय व भिक्षुकों के पुनर्वास को लेकर ठोस कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दैनिक जागरण से बात करते हुए एसपी प्रतीक सिंह ने कहा कि पुरी देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। ऐसे में मंदिर परिसर और बड़दांड पर भिक्षावृत्ति से न केवल शहर की छवि प्रभावित होती है, बल्कि श्रद्धालुओं को भी असुविधा होती है।
उन्होंने निर्देश दिया कि नववर्ष से पहले विशेष अभियान चलाकर मंदिर परिसर व बड़दांड को पूरी तरह भिक्षुक मुक्त किया जाए।
थाना स्तर पर बनेगी माइक्रो प्लानिंग
बैठक में एसपी ने सभी थाना अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में माइक्रो प्लानिंग करने का निर्देश दिया। इसके तहत नियमित गश्त, संवेदनशील बिंदुओं की पहचान, समयबद्ध कार्रवाई और समन्वित निगरानी व्यवस्था लागू की जाएगी। मंदिर प्रशासन, नगरपालिका और समाज कल्याण विभाग के साथ समन्वय कर संयुक्त कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी।
पुनर्वास पर रहेगा विशेष फोकस
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल हटाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि निराश्रित, असहाय और भिक्षुकों के मानवीय पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ऐसे लोगों को चिह्नित कर आश्रय गृहों, पुनर्वास केंद्रों और सरकारी कल्याण योजनाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें।
भिक्षावृत्ति पर सख्ती, दलालों पर कार्रवाई
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संगठित भिक्षावृत्ति और इसके पीछे सक्रिय दलालों/नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बच्चों और बुजुर्गों से जबरन भिक्षावृत्ति कराने के मामलों में त्वरित कानूनी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील
एसपी प्रतीक सिंह ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों से भी अपील की कि वे भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि प्रशासन, पुलिस और आमजन के सहयोग से ही पुरी को स्वच्छ, सुरक्षित और भिक्षुक मुक्त बनाया जा सकता है।
नववर्ष से पहले शुरू किए गए इस विशेष अभियान से पुरी में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलने की उम्मीद है, वहीं निराश्रितों के पुनर्वास से सामाजिक सरोकारों को भी मजबूती मिलेगी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बड़दांड क्षेत्र में मौजूद असहाय व निराश्रित लोगों के प्रति मानवीय, संवेदनशील और कल्याणकारी दृष्टिकोण अपनाकर कार्य करने पर गहन चर्चा हुई।
स्पष्ट किया गया कि किसी भी प्रकार की जबरदस्ती या उत्पीड़न से बचते हुए, संबंधित व्यक्तियों की सुरक्षित पहचान कर सरकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से उनका पुनर्वास किया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील मिश्रा, देवी प्रताप, सचिन पटेल और सौम्य रंजन मलिक, डीएसपी सिटी प्रशांत साहू, ट्रैफिक डीएसपी राजकुमार परिड़ा, शहर के सभी थानों के प्रभारी अधिकारी तथा जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी नमिता चांद नायक मौजूद रहीं। इसके अलावा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों और समाजसेवियों के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया |