अनजाने में ब्लैडर को नुकसान पहुंचाने वाली 5 आदतें (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे शरीर में गुब्बारे के आकार का ब्लैडर यूरीन के लिए एक मस्कुलर, स्टोरेज टैंक की तरह काम करता है। स्टोरेज फुल हो जाने पर ब्रेन उसे बाहर निकालने का सिग्नल देता है। इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बावजूद हार्ट या लंग्स की तरह ब्लैडर का ख्याल नहीं रखा जाता। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसी लापरवाही कई बार यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, इन्कॉन्टिनेस (अपने आप यूरीन निकल जाना) और कैंसर तक का कारण बन सकती है। रोजमर्रा की ऐसी कौन-सी आदतें हैं, जो ब्लैडर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, आइए उनके बारे में जानते हैं।
लंबे समय तक यूरीन रोकना
अगर लंबे समय तक यूरीन को रोका जाए तो ब्लैडर मसल्स फैल जाते हैं और बार-बार ऐसा होने से ब्लैडर को पूरी तरह खाली करने की क्षमता कम हो सकती है। अप्रैल 2019 में पुडुचेरी की यूनिवसिर्टीज की रिसर्च रिपोर्ट बताती है कि यूरीन रोककर रखने से बैक्टीरिया की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा ज्यादातर महिलाओं के साथ होता है। एक्सपर्ट हर तीन से चार घंटे पर ब्लैडर को खाली करने की सलाह देते हैं। कई बार लंबे समय तक यूरीन रोकने से किडनी तक डैमेज हो जाती है।
कम पानी पीना
पानी की कमी की वजह से यूरीन ज्यादा गाढ़ा हो जाता है और ब्लैडर की लाइनिंग को प्रभावित कर इन्फेक्शन के खतरे को बढ़ा देता है। हर दिन कम से कम सात-आठ ग्लास पानी पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि, किडनी या लिवर की बीमारी से पीड़ित लोगों को ऐसा करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
ज्यादा शराब और कैफीन
अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन की रिसर्च बताती है कि ज्यादा मात्रा में कैफीन लेने से यूरीन को न रोक पाने की समस्या बढ़ सकती है। हर दिन चार कप से ज्यादा कॉफी पीना इसकी वजह बन सकता है। वहीं, एक और स्टडी बताती है कि हर हफ्ते छह से दस अल्कोहलिक ड्रिंक लेना लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्याएं बढ़ा देता है।
बाथरूम का साफ-सुथरा न होना
सही तरीके से बाथरूम की साफ-सफाई का ध्यान न रखने से बैक्टीरिया आपके यूरीनरी ट्रैक्ट में चला जाता है। इसलिए, एक्सपर्ट पीछे से आगे की तरफ वाइप करने, ज्यादा केमिकल वाले साबुन इस्तेमाल न करने की सलाह देते हैं। कई बार सेक्सुअल एक्टिविटी की वजह से भी बैक्टीरिया वजाइना के रास्ते यूरीनरी ट्रैक्ट में पहुंच जाता है।
खानपान का गलत तरीका और एक्सरसाइज की कमी
बैलेंस डाइट न लेने और फिजिकल एक्टिविटी न करने से भी ब्लैडर को नुकसान पहुंचता है। ज्यादा वजन होने से ब्लैडर पर दबाव बढ़ता है और लीकेज की समस्या बढ़ती है। ऐसे में नियमित रूप से एक्सरसाइज करने और हेल्दी वजन होने से ब्लैडर पर पड़ने वाला दबाव कम होगा।
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