नई दिल्ली। अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी, अदाणी एंटरप्राइजेज उन 11 एयरपोर्ट के लिए आक्रामक रूप से बोली लगाने की योजना बना रही है, जिन्हें केंद्र सरकार प्राइवेट सेक्टर को लीज पर देने की योजना बना रही है। अदाणी समूह का यह कदम एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए $11 बिलियन की उसकी विस्तार रणनीति के तहत आता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में यह बताया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भारत के अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी के नेतृत्व वाले इस ग्रुप ने हाल के सालों में तेज़ी से विस्तार किया है, और उसकी एयरपोर्ट सब्सिडियरी कंपनी, एयरपोर्ट की संख्या के मामले में भारत की सबसे बड़ी ऑपरेटर बन गई है। वहीं, भारत की दूसरी बड़ी एविएशन कंपनी, GMR ग्रुप है, जो हैंडल किए गए यात्रियों की संख्या के मामले में सबसे बड़ी ऑपरेटर है।
क्या है सरकार का प्लान
दरअसल, भारत सरकार सरकारी एयरपोर्ट्स को लंबे समय के लिए प्राइवेट कंपनियों को लीज़ पर दे रही है, साथ ही नए एयरपोर्ट बनाने के लिए इंसेंटिव भी दे रही है। सरकार का प्लान है कि 2047 तक एयरपोर्ट की संख्या बढ़कर 350 से 400 एयरपोर्ट हो जाएं, जो अभी 163 है। इस साल की शुरुआत में, नई दिल्ली ने अमृतसर और वाराणसी सहित 11 एयरपोर्ट को लीज़ पर देने का प्लान बनाया था।
जीत अदाणी ने कहा..
अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के डायरेक्टर जीत अदाणी ने इस हफ़्ते मुंबई में एक इंटरव्यू में कहा, “हम उन सभी (11) के लिए बोली लगाएंगे।“ अदाणी एयरपोर्ट्स पूरे भारत में 7 एयरपोर्ट्स मैनेज करता है और इस महीने अपने पहले बनाए गए एयरपोर्ट को चालू करने वाला है - जो मुंबई के पास एक नया एयरपोर्ट है। |