फाइल फाेटो।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, कुपोषण, परिवार नियोजन, ममता वाहन तथा गैर-संचारी रोगों से संबंधित योजनाओं की प्रगति और सेवाओं की गुणवत्ता की विस्तृत समीक्षा की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें उपायुक्त ने कहा कि जिले के सभी 65 डिलिवरी केंद्रों में नए बेबी केयर कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे, जिससे नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
उन्हाेंने कहा कि आंकड़ों से अधिक जरूरी है कि मरीज उपचार से संतुष्ट होकर घर जाएं। उन्होंने चिकित्साकर्मियों को सेवा की गुणवत्ता बेहतर करने और मरीजों की समस्याओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
835 मरीजों को मिला डायलिसिस का लाभ, संचालन सुधारने के निर्देश
सदर अस्पताल में अप्रैल से नवंबर के बीच 835 मरीजों ने डायलिसिस सुविधा का लाभ लिया। उपायुक्त ने डायलिसिस इकाई के बेहतर संचालन, मशीनों की उपलब्धता और मरीजों की देखभाल पर विशेष जोर दिया। साथ ही, घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में भी डायलिसिस सेवा को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए गए ताकि वहां के मरीजों को जमशेदपुर आने की जरूरत न पड़े।
संस्थागत प्रसव और मातृ-शिशु योजनाओं पर जोर
उपायुक्त ने जिला के सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता दी जाए। गर्भावस्था की पहली जांच (प्रथम ANC) में सुधार हो तथा चौथी जांच तक सुनिश्चित फॉलोअप किया जाए।
उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ हर पात्र महिला तक पहुंचे। अस्पतालों में प्रसव के दौरान होने वाले सीजेरियन ऑपरेशन की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
चार प्रखंडों में टीकाकरण कमजोर, अभियान में तेजी लाने का आदेश
बहरागोड़ा, चाकुलिया, पटमदा और गोलमुरी-जुगसलाई प्रखंडों में टीकाकरण की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। उपायुक्त ने कहा कि इन क्षेत्रों के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर अभियान को तेज किया जाए।
कुपोषण उपचार केंद्र में बिस्तरों की उपयोगिता बढ़ाने तथा दीर्घकालिक रोगों की जांच गतिविधियों को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल सहित जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे। |