राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव। जागरण
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दे दिया गया है। उधर विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी नेता प्रतिपक्ष बनी हैं।
दोनों पहले भी सभा एवं परिषद में नेता, प्रतिपक्ष थे। सरकार बदलने के बाद दोनों सदनों में नए सिरे से नेता प्रतिपक्ष, मुख्य सचेतक एवं सचेतक का चयन किया जाता है।
महागठबंधन ने बनाया विधायक दल का नेता
इससे पहले महागठबंधन विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव को नेता चुना गया था। विधानसभा के अध्यक्ष (Bihar Assembly Speaker) प्रेम कुमार एवं विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अपने-अपने सदनों में नेता, प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा की। मौके पर सदस्यों ने दोनों को बधाई दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कुल सीटों का कम से कम 10 प्रतिशत लाना अनिवार्य होता है। इस हिसाब से 25 सीटें राजद ने जीती थीं। तब यह प्रश्न उठने लगा था कि क्या तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर रह पाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर था संशय
10 प्रतिशत के हिसाब से सीटें होने के कारण उन्हें यह पद फिर से दे दिया गया है। इससे पूर्व महागठबंधन के विधायक दल का नेता उन्हें चुना गया था तब उस बैठक में निर्णय लिया गया था कि सदन में नेता प्रतिपक्ष व विपक्ष के विधायक के तेवर क्या होंगे।
फिलहाल तेजस्वी यादव दिल्ली में हैं। बुधवार को सदन की कार्यवाही में उनके नहीं पहुंचने पर जदयू ने खूब तंज किया। जदयू विधान पार्षद कटाक्ष करते हुए उन्हें हर ओर तलाश रहे थे। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान वे उपस्थित नहीं थे।
इस बार विधानसभा में लालू परिवार से केवल तेजस्वी यादव ही हैं। तेजस्वी यादव राघोपुर से निर्वाचित हुए हैं जबकि उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव महुआ से चुनाव हार चुके हैं। |