जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले के बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है। खनिज विभाग ने विशेष कमेटी गठित कर संचिका जिलाधिकारी को सौंप दी है। जिले में नौ बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रस्तावित है।
कमेटी को निर्देश दिया गया है कि वह सभी घाटों और डिपाजिट से संबंधित राजस्व, बकाया और पुराने समझौतों की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट मुख्यालय को भेजे रिपोर्ट अनुमोदित होने के बाद निविदा प्रक्रिया जारी की जाएगी और चयनित बंदोबस्त धारकों को घाटों के संचालन का अधिकार दिया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गेरूआ नदी के दो घाटों की बंदोबस्ती पूर्व में हुई थी, लेकिन एक का आवंटन बाद में रद कर दिया गया। चानन नदी का एक व कोसी का एक घाट पहले से बंदोबस्त है, जबकि शेष छह घाटों की बंदोबस्ती लगभग पांच वर्षों से लंबित है।
विभागीय कार्रवाई शुरू होने के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर घाटों का संचालन बहाल किया जाएगा। खनिज विभाग ने जांच अभियान शुरू करने का फैसला लिया है।
यह अभियान बुधवार से चलेगा। अवैध ढुलाई करने वालों को पकड़ी जाएगी और जब्ती के साथ जुर्माना वसूल किया जाएगा। वहीं, जिन नदियों के बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं हुई है, उस पर विशेष नजर रखी जाएगी, ताकि कोई अवैध तरीके से बालू का उठाव नहीं कर सके।
अबतक हुई बालू घाटों की बंदोबस्ती
- चानन नदी : 3 यूनिट
- गेरुआ नदी : 02 यूनिट
- अंधरी नदी : 01 यूनिट
बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए कमेटी गठित कर संचिका जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट मुख्यालय को भेजा जाएगा। इसके बाद बंदोबस्ती की कार्रवाई की जाएगी। जांच अभियान भी चलाया जाएगा। इसकी तैयारी विभागीय स्तर पर पूरी कर ली गई है। - महेश्वर पासवान, जिला खनिज विकास पदाधिकारी |