गाजियाबाद में बढ़ता प्रदूषण।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद (गाजियाबाद)। हवा की गति बढ़ने से जिले को बीते तीन दिन से प्रदूषण से थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन लोनी की हवा गंभीर श्रेणी में बरकरार है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार बृहस्पतिवार को लोनी का एक्यूआइ 436 दर्ज किया गया। वहीं, जिले की हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लोनी की 11 नवंबर से लेकर 27 नवंबर तक केवल एक दिन बेहद खराब श्रेणी में रही है। बाकी दिन गंभीर श्रेणी में रही है। लोनी के लोगों का कहना है कि यहां प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण अवैध फैक्ट्रियों का संचालन है। इन फैक्ट्रियों में तारों से धातु निकालने से लेकर ई-वेस्ट जलाने तक का कार्य होता है। घरों में नियमों को ताक पर रखकर चलतीं इन फैक्ट्रियों की संख्या इक्का-दुक्का नहीं है, बल्कि हजारों में इनका आंकड़ा है।
यही कारण है कि बाकी क्षेत्रों के मुकाबले लोनी ज्यादा प्रदूषित रहता है। यहां के लोग आए दिन उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के अधिकारियों से भी करते हैं, लेकिन समाधान के नाम पर केवल आश्वासन मिलता है।
एक्यूआइ में 29 अंक की बढोतरी
जिले के एक्यूआइ में बुधवार के मुकाबले 29 अंक की बढोतरी दर्ज की गई। एक्यूआइ 329 से बढ़कर 358 तक पहुंच गया। दो दिन थोड़ी राहत के बाद अब फिर से एक्यूआइ बढ़ने लगा है। अधिकारियों का कहना है कि हवा की गति कम होने पर और वायुमंडल में नमी होने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।
बृहस्पतिवार की स्थिति
क्षेत्र सीपीसीबी आईक्यू एयर
गाजियाबाद
358
258
इंदिरापुरम
387
184
लोनी
436
179
संजय नगर
301
179
वसुंधरा
310
183
लोनी में अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जा रही है। बीते माह 10 से अधिक फैक्ट्रियों को सील किया गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। -
अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी। |