शहरी क्षेत्र में संचालित ई-बस
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। ई-बस संचालन को सुचारू बनाने के लिए नगरीय परिवहन निदेशालय के निर्देशानुसार रूटों में बड़ा बदलाव किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहीं ई-बसों को बंद कर अब नगर निगम की सीमा में ही चलाया जाने लगा है, ताकि अधिक से अधिक शहरवासी इसका लाभ ले सकें। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हालांकि, शहर के विभिन्न चौराहों और बाजारों में लगने वाले जाम के कारण बसों का नियमित संचालन प्रभावित हो रहा है। नगर परिवहन सेवा में कुल 25 ई-बसें हैं। इनमें से वर्तमान में 21 बसें ही सड़कों पर दौड़ रही हैं, जबकि चार बसें बैटरी खराब होने के कारण बंद पड़ी हैं। इन सभी बसों को पहले शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक चलाया जा रहा था।इससे बसें पुवायां, जलालाबाद, निगोही जाती थी।
इस तरह वातानुकुलित बसों में सफर करने का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के यात्री भी उठा रहे थे। जिससे राजस्व भी अच्छा प्राप्त हो रहा था। पिछले दिनों नगरीय परिवहन निदेशालय के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों तक जा रही सभी बसों को शहरी क्षेत्र में ही लगा दिया गया है।इसके लिए नया रूट भी तैयार कर लिया गया है।
नई व्यवस्था के तहत बरेली मोड़ को मुख्य जंक्शन बनाते हुए चार नए रूट निर्धारित किए गए हैं।इसके तहत बरेली मोड़ से रेलवे स्टेशन तक छह, बरेली मोड़ से बनतारा तक पांच, बरेली मोड़ से सतवां तक पांच तथा बरेली मोड़ से आरटीओ आफिस रूट पर पांच बसें चलाया जाना प्रारंभ कर दिया गया है। पहले ई-बसें ग्रामीण क्षेत्रों के रूट ककरा से पुवायां, ककरा से जलालाबाद, ककरा से निगोही तथा बेरेली मोड़ से रेलवे स्टेशन तक था।
ग्रामीण क्षेत्रों तक जाने वाली सभी ई-बसों को नगर निगम की सीमा में संचालित किया जाना शुरू करा दिया गया है। इसको लेकर नगरीय परिवहन निदेशालय के निर्देश दिए हैं। नई व्यवस्था से शहर में लोकल परिवहन मजबूत होगा, वहीं जाम की समस्या कम हुई तो बसों का संचालन और सुचारू रूप से किया जा सकेगा।
- मोहम्मद हुमायूं लाड़ी, प्रभारी, ई-बस सेवा
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