पोषण की कमी के कारण भी लगती है ज्यादा ठंड (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों का मौसम आते ही ठंड लगना एक आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में ज्यादा ठंड लगती है? अगर आप भी हमेशा हाथ-पैरों में ठंडक या कंपकंपी महसूस करते हैं, तो हो सकता है कि इसके पीछे सर्दी का हाथ न हो। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, कई बार शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी के कारण भी ज्यादा ठंड लगती है। हम बात कर रहे हैं आयरन (Iron Deficiency) और विटामिन-बी12 (Vitamin-B12 Deficiency Symptoms) की। इनकी कमी के कारण शरीर का तापमान बनाए रखने में परेशानी होती है और ज्यादा ठंड महसूस होती है। आइए जानें ऐसा क्यों होता है और इससे बचने के लिए क्या करें।
ठंड और पोषक तत्वों का क्या है कनेक्शन?
हमारे शरीर का तापमान बनाए रखने का काम मुख्य रूप से हमारे ब्लड सर्कुलेशन और रेड ब्लड सेल्स पर निर्भर करता है। आयरन और विटामिन-बी12 दोनों ही हेल्दी रेड ब्लड सेल्स बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
- आयरन- आयरन, हीमोग्लोबिन बनाने के लिए बेहद जरूरी है। हीमोग्लोबिन शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी से शरीर में सही मात्रा में हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता, जिससे एनीमिया हो जाता है। एनीमिया की स्थिति में शरीर के सभी अंगों तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इस कारण शरीर गर्मी पैदा करने में असमर्थ रहता है और व्यक्ति को हमेशा ठंड लगने की शिकायत रहती है, खासकर हाथ और पैरों में।
- विटामिन-बी12- विटामिन-बी12 भी रेड ब्लड सेल्स बनाने और नर्वस सिस्टम के सही ढंग से काम करने के लिए जिम्मेदार है। बी12 की कमी से भी एक तरह का एनीमिया हो जाता है, जिसे मेगालोब्लास्टिक एनीमिया कहते हैं। इस स्थिति में शरीर में बनने वाले रेड ब्लड सेल्स बड़े और कमजोर हो जाते हैं, जो शरीर में ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुंचा पाते। इसके कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है और शरीर पर्याप्त गर्मी पैदा नहीं कर पाता।
इन कमियों के अन्य लक्षण
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- त्वचा का पीला पड़ना
- सांस फूलना या चक्कर आना
- दिल की धड़कन का तेज होना
- सिरदर्द रहना
- बालों का झड़ना
बचाव के लिए क्या करें?
आयरन से भरपूर डाइट लें
आयरन दो प्रकार का होता है हीम आयरन और नॉन-हीम आयरन। हीम आयरन शरीर में आसानी से अब्जॉर्ब हो जाता है। इसके लिए अपनी डाइट में अंडे, लीन मीट, चिकन, मछली आदि को शामिल करें।
नॉन-हीम आयरन के सोर्स में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली, चुकंदर, दालें, राजमा, सोयाबीन, मेवे (किशमिश, खजूर, अंजीर) और बीज (कद्दू के बीज, तिल) शामिल हैं।
आयरन का अब्जॉर्प्शन बढ़ाने के लिए विटामिन-सी से भरपूर चीजों को डाइट में जरूर शामिल करें, जैसे- दाल या पालक के साथ नींबू का रस या एक संतरा खाएं। चाय-कॉफी खाने के तुरंत बाद न पिएं, क्योंकि ये आयरन के अब्जॉर्प्शन में बाधा डालते हैं।
विटामिन-बी12 के सोर्स को करें शामिल
विटामिन-बी12 मुख्य रूप से एनिमल प्रोडक्ट्स में पाया जाता है। अंडा, दूध, दही, पनीर, छाछ आदि डेयरी प्रोडक्ट्स भरपूर मात्रा में खाएं। मांस, मछली और चिकन भी बी12 के बेहतरीन सोर्स हैं। अगर शाकाहारी हैं, तो डॉक्टर से पूछकर सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
नियमित रूप से करें जांच
अगर आपको लगातार ठंड लगने और थकान की समस्या बनी रहती है, तो एक बार डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। एक साधारण ब्लड टेस्ट (CBC) के जरिए आयरन और विटामिन-बी12 के स्तर की जांच की जा सकती है। डॉक्टर की सलाह पर आप सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। |