Rudraksha Mala: रुद्राक्ष माला पहनने के नियम (Image Source: AI-Generated)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Rudraksha Mala Niyam in Hindi: ज्योतिष शास्त्र में रुद्राक्ष पहनने के नियम के बारे में बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष की माला पहनने से भगवान शिव की कृपा से जातक के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि रुद्राक्ष (Rudraksha Mala) की माला किस दिन पहनना शुभ होता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किस दिन पहननी चाहिए रुद्राक्ष की माला (Rudraksha Mala Ke Niyam)
रुद्राक्ष की माला पहहने के लिए पूर्णिमा, अमावस्या, सावन, सोमवार और शिवरात्रि का दिन शुभ माना गया गया है क्योंकि इन तिथियों पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का खास महत्व है।
कैसे पहने रुद्राक्ष की माला
रुद्राक्ष की माला पहनने के लिए सुबह स्नान करने के बाद महादेव की पूजा-अर्चना करें। इसके बाद रुद्राक्ष माला को गंगाजल से शुद्ध करें। इसके बाद माला को महादेव के सामने रखें और कुछ समय के बाद इसे धारण करें। इसके लिए आप किसी ज्योतिष की सलाह भी ले सकते हैं।
रुद्राक्ष माला के नियम (Rudraksha wearing rules)
रुद्राक्ष की माला को अशुद्ध हाथों से छूने की मनाही है। इसलिए रुद्राक्ष की माला को पहनने वाले जातक को साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। माना जाता है कि इस नियम का पालन करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
रुद्राक्ष माला को पहनने से पहले ध्यान रखें कि माला का धागा लाल या फिर पीले रंग का होना चाहिए। काले धागे में माला को नहीं पहनना चाहिए।
माना जाता है कि रुद्राक्ष माला पहनने वाले जातक को नियम का पालन जरूर करना चाहिए। रुद्राक्ष माला पहनकर मृत्यु वाली जगह और शमशान घाट में नहीं जाना चाहिए। इस तरह की गलती करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
मिलते हैं ये लाभ (Rudraksha Mala Benefits)
धार्मिक मान्यता के अनुसार, रुद्राक्ष की माला पहनने वाले जातक को जीवन में सफलता मिलती है। साथ ही सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।
जॉब में आ रही समस्या से छुटकारा मिलता है। साथ ही महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मानसिक तनाव दूर होता है।
नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यह भी पढ़ें- Tulsi Mala Ke Niyam: आप भी पहन रहे हैं तुलसी माला, तो इन बातों का रखें ध्यान, मिलेगा शुभ फल
यह भी पढ़ें-Rudraksha Benefits: 14 में से कौन-सा रुद्राक्ष है सबसे शक्तिशाली, पहनने से पहले जान लें ये
बातेंअस्वीकरण: \“\“इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है\“\“।
|