cy520520 • 2025-11-21 20:07:55 • views 856
प्रशांत किशोर
जागरण संवाददाता, नरकटियागंज / गौनाहा। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय मौन उपवास समाप्त कर दिया। उपवास तोड़ने के बाद प्रेस वार्ता में महात्मा गांधी की प्रेरणा से पुनः जन आंदोलन को मजबूत करने का संकल्प जताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रशांत किशोर ने कहा कि आगामी 15 जनवरी से वे बिहार के सभी 1 लाख 18 हजार वार्डों में जाकर बिहार नवनिर्माण संकल्प अभियान के तहत जनता से सीधा संवाद करेंगे। उस दौरान सरकार द्वारा किए गए वादों की वास्तविक स्थिति लोगों के सामने रखेंगे और उन्हें पूरा कराने की पहल भी करेंगे।
सरकारी तंत्र लगाकर वोट खरीदा
पीके ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में जन सुराज एक बड़े जन-परिवार के रूप में उभरा है। कहा कि बिहार की राजनीति में लंबे समय से जातीय विभाजन, पैसे की ताकत और धार्मिक ध्रुवीकरण हावी रहा है, जिसका असर चुनावों में साफ दिखता है। लेकिन बिहार में परिवर्तन तभी संभव है जब समाज स्वयं जागरूक होकर अपने अधिकार और कर्तव्य को समझे। बिहार में रोजगार, शिक्षा, पलायन रोका जा सकता है।
सरकार चुनाव के पहले योजना निकालती है कि गरीब महिलाओं को 10- 10 हजार रुपये दिया जाए। इसके बाद दो लाख रुपये स्वरोजगार के लिए दिया जाएगा। इसके पीछे सरकारी तंत्र लगाकर उनका वोट खरीदा जाता है।
पीके ने कहा कि नीतीश कुमार व्यक्तिगत रूप से ईमानदार नेता हैं, लेकिन यह ईमानदारी की कौन सी परिभाषा है। संविधान की बातों की अवेहलना भी बेईमानी है।
महिलाओं के 10 हजार पर सवाल
गरीब महिलाओं को 10 हजार के सवाल पर कहा कि अगर यह व्यवस्था लागू कर दिया जाए तो देश से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। कोई चुनाव ही नहीं हारेगा। दस हजार रुपये की लालच देकर गरीबों से उनके बच्चों के रोजगार के सपने को छीन लिया गया। यह अन्याय है। इस अन्याय के सामने हम लोग झुकने वाले नहीं हैं।
जनसुराज की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक व्यक्ति तक हम पहुंचेंगे और फॉर्म भरवाएंगे। जो महिला को दस हजार दिया गया और बोला गया है कि 2 लाख आएगा। उन सभी लोगों के घर जाएंगे। उन महिलाओं को दो लाख दिलवाने का प्रयास करेंगे।
कहा कि अब सरकारी अधिकारी उन महिलाओं से शर्त की बात करेंगे। दस हजार देने में कोई शर्त नहीं था। सरकारी शर्तों के हिसाब से ग्रामीण विकास मंत्रालय शर्त जारी किए हैं।
अपराधी छवि के मंत्री
शर्तों के मुताबिक बिहार के उन डेढ़ करोड़ महिलाओं के फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी साथियों की है। प्रशांत किशोर ने कल बनी कैबिनेट के बारे में बताया कि ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया है जो अपराधी छवि के हैं। पढ़े-लिखे नहीं है।
नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में उस व्यक्ति को मंत्री का बनाया गया है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त है। वह वोट खरीद कर बता दिया कि सरकार अपने मन से चलाएंगे। अगर किए गए वादों पर सरकार खरा नहीं उतरी तो सरकार का भी घेराव करेंगे। ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके।
पूरी संपत्ति जन सुराज को दान
प्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे 5 वर्षों की कमाई की 90 प्रतिशत राशि मैं जन सुराज के लिए डोनेट कर रहा हूं। 20 वर्षों की कमाई का केवल दिल्ली के घर को अपने परिवार के लिए छोड़कर जनसुराज के लिए चल अचल संपत्ति भी डोनेट कर रहा हूं।
इस अभियान को चलाने के लिए सभी व्यक्तियों से अपील कर रहा हूं कि एक हजार रुपये डोनेट करें, जो डोनेट करेंगे। हम उन्हीं से मिलेंगे।
मौके पर जनसुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, संगठन महासचिव सुभाष कुशवाहा, किशोर कुमार, मुन्ना पांडेय, रितेश पांडेय, आरके मिश्रा, अभिजय सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे। |
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