भोपाल में ट्रायल के दौरान पटरी पर दौड़ती मेट्रो।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। अगर सब कुछ योजना के अनुरूप रहा, तो नवंबर के आखिरी सप्ताह तक भोपाल मेट्रो ट्रैक पर दौड़ती नजर आ सकती है। दरअसल, कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम अगले सप्ताह तीसरी और अंतिम बार भोपाल मेट्रो का निरीक्षण करने आ रही है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही ‘ओके टू रन’ की अंतिम मंजूरी दी जाएगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अक्टूबर में शुरू होना था संचालन
गौरतलब है कि अक्टूबर में मेट्रो संचालन शुरू करने की योजना थी, लेकिन पिछले निरीक्षण में सुरक्षा संबंधी खामियों के कारण परियोजना को मंजूरी नहीं मिल सकी थी। टीम ने तब यात्री सुरक्षा, स्टेशन एरिया, एंट्री और एग्जिट मार्गों में कई कमियां बताई थीं। इन खामियों को दूर करने के लिए एमपी मेट्रो प्रबंधन पिछले एक महीने से सुधार कार्यों में जुटा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, इस बार सीएमआरएस टीम यह जांचेगी कि सुरक्षा मानकों पर कितनी प्रगति हुई है और क्या ट्रेन संचालन के लिए सभी तकनीकी आवश्यकताएं पूरी हो चुकी हैं या नहीं।
लगातार प्रगति की समीक्षा
इस बीच, एमपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक एस. कृष्ण चैतन्य लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार और बुधवार को प्रायोरिटी कॉरिडोर के सभी मेट्रो स्टेशनों पर जाकर कार्य प्रगति की समीक्षा की और सीएमआरएस से जुड़े बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया।
इंतजार अब और नहीं
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक प्रायोरिटी कॉरिडोर पर अभी भी मैदानी कार्य पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया है। आम तौर पर यह काम तभी शुरू होते हैं जब परियोजना के सभी तकनीकी और सुरक्षा परीक्षण पूरे हो जाएं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार भोपाल मेट्रो को संचालन की मंजूरी मिल पाती है या फिर राजधानीवासियों को इंतजार थोड़ा और करना पड़ेगा।
हुई थी किरकिरी
पिछले महीने मेट्रो संचालन समय पर शुरू न हो पाने से एमपी मेट्रो प्रबंधन को आलोचना का सामना करना पड़ा था। इसी कारण एमडी एस. कृष्ण चैतन्य अब सार्वजनिक बयान देने से बच रहे हैं और पूरी तैयारी के साथ सीएमआरएस की “अंतिम परीक्षा” पास करने पर फोकस कर रहे हैं। |