आतंकी साजिश के आरोप में गिरफ्तार डा. शाहीन के बारे में जानकारी जुटाने जीएसवीएम मेडिकल कालेज में पहुंची पुलिस टीम। वीडियो ग्रैब
जागरण संवाददाता, कानपुर। Delhi Blast: डा. शाहीन के मेडिकल कालेज में रहने के दौरान उसकी गतिविधियां को लेकर देर रात एटीएस और एनआइए के अधिकारी व उनकी टीम शहर पहुंच गई। दोनों टीमों ने बुधवार भोर में चमनगंज में नाला रोड स्थित बस्ती,नई सड़क समेत स्थानों पर जांच पड़ताल की। हालांकि कुछ मिला नहीं। वहीं, चर्चा है कि एक डाक्टर को हिरासत में लिया गया है। हालांकि अभी पुलिस अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं, डा. शाहीन शहर में स्लीपर सेल की महिला विंग के संपर्क में हो, इसकी आशंका को लेकर एनआइए व एटीएस अभी उनके कनेक्शन को खंगालने में जुटी है। फिलहाल दोनों टीमें कैंट में डेरा जमाए हुए हैं। वहीं, क्राइम ब्रांच ने शाहीन के पूर्व पति डा. जफर हयात से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए। उधर, स्वरूप नगर थाना पुलिस ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य संजय काला को लिखित पत्र देकर डा. शाहीन के दस्तावेज लिए। इसमें उसका नियुक्ति पत्र, कब से कब तक उसने कार्य किया और उस पर कार्रवाई के रूप में दिए गए नोटिस है।
दिल्ली लाल किला के बाहर आइ-20 कार में विस्फोट करने की साजिश पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की थी। जैश के सफेदपोश नेटवर्क में शामिल डा. शाहीन सईद जीएसवीएम मेडिकल कालेज में आठ साल तैनात रही थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद मंगलवार देर रात एटीएस और एनआइए शहर पहुंच गई।
बुधवार भोर लगभग पांच बजे चमनगंज, नई सड़क, यतीमखाना, तलाक महल समेत जगहों पर पहुंची। इस दौरान कुछ गलियों और बस्तियो में दोनों टीमें पहुंची। काफी देर तक जांच पड़ताल की। एटीएस और एनआइए जिन इलाकों में जांच करने पहुंची थी। वहां खड़े कुछ संदिग्ध वाहनों व संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सीसी कैमरों के डेटा भी जुटाया है, जिससे संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिल सके। उसके बाद वहां से चली गई।वहीं, डा. शाहीन का नेटवर्क शहर के अलावा फतेहपुर, प्रयागराज और लखनऊ समेत कई जिलों में खंगाले जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, शाहीन को लेकर कुछ इनपुट टीम को मिले हैं, जिसको लेकर अब एटीएस और एनआइए बुधवार रात तक कैंट क्षेत्र में डेरा जमाए है। वहीं, यह भी जांचा जा रहा है कि डा. शाहीन का संपर्क शहर में स्लीपर सेल की महिला विंग से तो नहीं था। इस विंग में युवतियों व महिलाओं को भी देशी विरोधी गतिविधियों के लिए तैयार किया जाता है। हालांकि अब तक कोई ऐसा सुराग नहीं मिल सका। |