चहारदीवारी का निर्माण कंक्रीट से कराया जा रहा
जागरण संवाददाता, अयोध्या : रामजन्मभूमि परिसर में आयोजित होने वाले ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों के बीच भी परिसर की चहारदीवारी का निर्माण चलता रहेगा। इसके निर्माण को लेकर मंदिर निर्माण समिति की ओर से कोई डेडलाइन नहीं तय की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंदिर निर्माण समिति ने परिसर के अंदर के ही समस्त निर्माण 15 नवंबर तक हर हाल में पूर्ण कर लेने को कहा है। इस कारण केवल एक दिन 25 नवंबर को ही बाउंड्रीवाल का निर्माण बाधित होने के आसार हैं। हालांकि अभी इस संबंध में कोई निर्देश नहीं दिया गया है। परिसर की लगभग 3400 मीटर लंबी चहारदीवारी का निर्माण कंक्रीट से कराया जा रहा है। इसमें पत्थरों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। इसका भूमि पूजन गत दिनों गणेश चतुर्थी के दिन 27 अगस्त को हुआ था और ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय व एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने आधारशिला रखी थी।
ट्रस्ट ने चहारदीवारी का निर्माण कराने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआइएल) को दायित्व सौंपा है। ईआइएल ने पूरी चहारदीवारी को दो हिस्सों में विभक्त कर इसे दो निजी कंपनियों पीएमपी इंफ्राटेक लिमिटेड और बीएससी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा है।
पहले हिस्से का निर्माण परिसर के उत्तरी प्रवेश द्वार के समीप से शुरू हो गया है, परंतु पहले से लगी लोहे की ग्रिल व अन्य सामग्री हटाने की वजह से अभी इसका कार्य धीमा चल रहा है। निर्माण के साथ ही वाच टावरों से सतत निगरानी कराई जा रही है। ईआइएल के निर्माण प्रभारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि उन्हें ट्रस्ट की ओर से निर्माण के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है। चहारदीवारी बाहर से बन रही है, इसलिए कोई व्यवधान भी उत्पन्न नहीं होगा। |