जागरण संवाददाता, बक्सर। यदि आप विश्वामित्र सहित तमाम ऋषियों की नगरी सिद्धाश्रम बक्सर के सुप्रसिद्ध लिट्टी-चोखा मेले में हिस्सा बनना चाहते हैं, तो चरित्रवन में गुरुवार को पहुंचना नहीं भूलें। पांच दिवसीय पंचकोशी यात्रा गुरुवार को चरित्रवन पहुंचेगी और इस मौके पर श्रद्धालु परंपरा के अनुसार प्रभु श्रीराम को लिट्टी-चोखा का भोग लगाकर उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लिट्टी-चोखा का मेला कई मामलों में खास
मौसम का मिजाज भी लिट्टी-चोखा के अनुकूल हो गया है। चिकित्सक बताते हैं कि सत्तू भरी लिट्टी की तासीर गर्म होती है। वैसे भी अगहन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि में लगने वाला लिट्टी-चोखा का मेला कई मामलों में खास है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण जब विश्वामित्र मुनि के साथ बक्सर आए थे, तो यज्ञ में विघ्न डालने पर उन्होंने ताड़का और सुबाहु का वध किया था। इसके बाद सिद्धाश्रम में रहने वाले पांच ऋषियों के आश्रम में वे उनसे आशीर्वाद लेने गए थे।
रात्रि विश्राम के दौरान ऋषियों ने उन्हें जो पकवान खाने को दिए। उन पकवानों को पंचकोशी यात्रा के दौरान श्रद्धालु भगवान का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। यह यात्रा गुरुवार की तड़के बक्सर शहर में पहुंचेगी। इस दिन यहां घर-घर लिट्टी चोखा बनता है, ...और सड़क से लेकर मैदान तक श्रद्धालु उपले पर लिट्टी सेंकते नजर आएंगे।
श्रद्धालुओं का आना शुरू
उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। चोखा के लिए आलू, बैंगन, धनिया, मिर्चा, नमक आदि तथा लिट्टी के लिए आटा, सत्तू और इसे सेंकने के लिए उपले (गोइठा) की दुकानें भी किला मैदान समेत चरित्रवन मोहल्ले में जगह-जगह लग गई हैं।
पिछले वर्ष बनाम इस वर्ष की कीमतें
सब्जी और अन्य वस्तुओं की कीमत तुलना (प्रति इकाई)
वस्तु पिछला वर्ष इस वर्ष
गोइठा (उपला)
20 रुपये (5 पीस)
20 रुपये (6 पीस)
सतुई
120 रुपये/किलो
120 रुपये/किलो
टमाटर
60 रुपये/किलो
40 रुपये/किलो
आलू
30 रुपये/किलो
25 रुपये/किलो
बैगन
50 रुपये/किलो
60 रुपये/किलो
मूली
20 रुपये/किलो
20 रुपये/किलो
मिर्चा
10 रुपये/पाव
10 रुपये/किलो
लहसुन
75 रुपये/पाव
20 रुपये/पाव
प्याज
60 रुपये/किलो
25 रुपये/किलो
अदरक
20 रुपये/पाव
30 रुपये/पाव
|