जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। जिलेभर के कई क्षेत्र में झुग्गी-झोपड़ियों और निर्माण स्थलों पर तंबुओं में सैकड़ों लोग डेरा डाले हैं। यह लोग कौन हैं और कहां से आए हैं, इनका कोई रिकार्ड नहीं है, न ही इनका पुलिस ने सत्यापन किया है। दिल्ली में कार में हुए धमाके के बाद अलर्ट पुलिस ने आसपास के जिलों की सीमाओं, माल, होटल समेत भीड़ वाले स्थानों पर जांच और निगरानी बढ़ाई है, लेकिन झुग्गी झोपड़ियों और निर्माण स्थलों पर रहने वालों पर गौर नहीं किया है। ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर इन लोगों की भी पहचान जरूरी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूरजपुर में दुर्गा टाकीज गोल चक्कर के पास खाली पड़ी जमीन पर कई झुग्गी-झोपड़ियों बनी हैं। इनमें कई परिवार रहते हैं। इसी तरह विकास भवन से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर कई लोग झोपड़ियों में रह रहे हैं। ठीक इसी तरह कासना में यूनिवर्सिटी रोड के किनारे खाली पड़ी जमीन पर भी झोपड़ियों में लोग रहते हैं। नट की मढ़ैया के आसपास भी ऐसी ही तस्वीर है।
फिलहाल सोमवार को हुई दिल्ली की घटना के बाद से पुलिस अलर्ट है। मंगलवार को चौराहों पर यातायात कर्मियों के साथ सिविल पुलिस भी वाहन और चालकों पर नजर बनाए दिखी। सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय, मैट्रो, रेलवे, बस स्टेशन, माल, बाजार और भीड़ वाले स्थानों पर पुलिसकर्मी सजग नजर आए।
होटलों में चेकिंग कर ठहरे लोगों की आइडी का मिलान किया गया। गाजियाबाद, फरीदाबाद, बुलंंदशहर, अलीगढ़ मथुरा सीमा से सटे सभी बार्डर इलाकों में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते रहे। कोतवाली प्रभारियों को गश्त बढ़ाने, संदिग्ध वाहनों की चेकिंग बढ़ाने के निर्देश हैं।
बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों की विशेष निगरानी
पुलिस टीमें पूरे जिले में अलर्ट हैं। इस दौरान बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों की विशेष निगरानी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने दुकानदारों को भी अलर्ट रहने और सीसीटीवी की मानिटरिंग बढ़ाने को कहा है। लावारिस वस्तु, कार व अन्य कोई सामान दिखने पर पुलिस को सूचना देने की अपील की गई है।
दिल्ली में हुई घटना के बाद से पूरा महकमा अलर्ट है। झुग्गी झोपड़ियों और निर्माण स्थलों पर तंबुओं में रहने वालों को सत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं। कोतवाली प्रभारियों ने गश्त बढ़ाई है। होटल, माल, मैट्रो, बस व रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाई है। जिले की सीमाओं पर भी वाहनों की चेकिंग की जा रही है।
-
अजय कुमार, अपर पुलिस आयुक्त, मुख्यालय |