समापन की ओर ककोड़ा मेला। जागरण
जागरण संवाददाता, बदायूं। रुहेलखंड का मिनी कुंभ ककोड़ा मेला अब समापन की ओर है। 12 नवंबर को इसका विधिवत समापन हो जाएगा। अब तक मेले से तंबुओं का शहर पूरी तरह उजड़ चुका है। यहां जो खेल तमाशे और झूले लगे थे, वह भी उखड़ गए हैं। लेकिन मेले में लगा मीना बाजार और दुकानें अभी लगी हुई हैं। जिसके चलते स्थानीय लोग खरीदारी को पहुंच रहे हैं। जिसके चलते दुकानदार अभी रुके हुए हैं। लेकिन माना जा रहा है कि मंगलवार से दुकानदार भी सामान समेटने का काम शुरू कर देंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कल खत्म हो जाएगा मेला ककोड़ा, तंबुओं के अलावा झूले व खेल तमाशे भी उखड़ गए
मेला ककोड़ा में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला अभी लगातार जारी है। सुबह तड़के ही श्रद्धालु गंगा तट पर हर-हर गंगे के जयघोष के साथ आस्था की डुबकी लगाकर सूर्यदेव को अर्घ्यदान कर लोक मंगल की कामना कर रहे हैं। मेले में दिनभर चहल पहल बनी रहती है। श्रद्धालु अपने निजी वाहनों-साइकिल, मोटरसाइकिल, डनलप और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से मेले में पहुंच रहे हैं। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा तट की ओर उमड़ पड़ती है, वहीं शाम होते-होते श्रद्धालु अपने घरों को लौट जाते हैं।
ककोड़ा व आसपास की महिलाओं की दिन में दिखती भीड़, पुलिस भी समेट रही सामान
गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु मेले में जमकर खरीदारी कर रहे हैं। महिलाओं ने मीना बाजार में श्रृंगार सामग्री खरीद रहीं हैं। बच्चे ने अपने पसंदीदा खिलौने खरीद रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग जरूरी सामान खरीद रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ से दुकानदारों के चेहरे खिल उठे हैं। तो कई दुकानदार अपनी दुकानों को समेटकर अपने घरों को पहुंच चुके हैं।
मेले में चाट-पकौड़ी और मिठाइयों की दुकानों पर भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। दिनभर श्रद्धालु मेले की रौनक का आनंद लेते रहे। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने मेले का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। शाम होते-होते मेले में लगे झूले और अस्थायी दुकानों को समेटने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, फिर भी श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह से ककोड़ा मेला गूंजता रहा। |