लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते मतदाता
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकतंत्र के महापर्व का सबसे निर्णायक दिन आज है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान आज 11 नवंबर 2025 को जारी है। इस चरण में राज्य के 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन सीटों पर करीब 3 करोड़ 70 लाख से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं। इस चरण के मतदान के साथ ही, बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
दूसरे चरण का महत्वपूर्ण चुनावी गणित
यह अंतिम चरण, राज्य के उन क्षेत्रों को कवर करता है जो अक्सर दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहाँ पर आधारभूत संरचना, पलायन और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
कुल उम्मीदवार: 1302
महिला उम्मीदवार: 136
जिले शामिल: इस अंतिम चरण में गया, नवादा, औरंगाबाद, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार जैसे महत्वपूर्ण जिलों की बची हुई सीटों पर निर्णायक मुकाबला है, जो राज्य के दक्षिणी-पश्चिमी और सीमांचल क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था: स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए 30,000 से अधिक अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। चुनाव आयोग ने हर केंद्र पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया है।
सवाल: \“एक वोट से क्या होगा?\“
राजनीतिक टिप्पणीकार डॉ. शोभित सुमन कहते हैं, अक्सर मतदाता यह सोचकर उदासीन हो जाते हैं कि “मेरे एक वोट से क्या होगा?“ लेकिन, यही उदासीनता लोकतंत्र की सबसे बड़ी कमजोरी है। पहले चरण की तरह आज भी बिहार को मतदान का रिकॉर्ड बनाना चाहिए। याद रखें आपका हर एक वोट सिर्फ एक संख्या नहीं, यह आपकी शक्तिशाली और अनमोल आवाज है।
इतिहास गवाह है कि कई महत्वपूर्ण चुनाव, खासकर बिहार में केवल कुछ सौ या उससे भी कम वोटों के अंतर से तय हुए हैं। आपका वोट उस सरकार को चुनता है जो शिक्षा (बिहार में साक्षरता दर को बेहतर बनाने के लिए), स्वास्थ्य (ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए) और रोजगार (बढ़ते पलायन को रोकने के लिए) जैसे मूलभूत मुद्दों पर काम करे।
आपका वोट यह सुनिश्चित करता है कि आपके हिस्से का सरकारी फंड और विकास योजनाएं सही जगह पहुंचें। जो मतदाता वोट नहीं करता, उसे अगले पांच साल तक अपने प्रतिनिधि से सवाल पूछने का नैतिक साहस भी नहीं होता।
बिहार की जनता से अपील
आज बिहार के सामने युवा शक्ति, महिला सशक्तिकरण और तीव्र विकास जैसे बड़े मुद्दे हैं। इन चुनौतियों का सामना वही सरकार कर सकती है जिसे जनता ने अपनी पूरी शक्ति से चुना हो।
* जाति/धर्म से ऊपर उठें: अपने नेता का आकलन उनकी नीयत, काबिलियत, चरित्र और अगले पांच साल की कार्ययोजना के आधार पर करें।
* पहला कर्तव्य: अपने सभी व्यक्तिगत कार्यों को स्थगित कर, पहले मतदान केंद्र पर पहुंचें।
* मतगणना इस चरण और पूरे चुनाव की मतगणना 14 नवंबर 2025 को की जाएगी।
जागरण.कॉम बिहार के सभी मतदाताओं से अपील करता है कि आप आज अपने घरों से निकलें, अपना कर्तव्य निभाएं और बिहार के बेहतर भविष्य के लिए मतदान करें। पहले मतदान, फिर जलपान! |