इसी ऑटो को चलाकर इलाज कराने पहुंचा था घायल चालक। जागरण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार शाम को लाल किले के पास हुए धमाके ने पूरी दिल्ली को दहला दिया। कुछ ही पलों में सड़क पर धुआं, अफरातफरी और चीख-पुकार मच गई। जहां कुछ लोग अपनी जान बचाने में कामयाब हुए, वहीं कई घायल सड़क पर पड़े कराह रहे थे। तो वहीं इस भीषण धमाके में 9 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने जो कुछ देखा, उसकी दास्तान सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
घायल ऑटो ड्राइवर ने दिखाई हिम्मत
धमाके में घायल ऑटो ड्राइवर विदेश मंडल ने हिम्मत की मिसाल पेश की। गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद उसने किसी की मदद का इंतजार नहीं किया। घायल हालत में उसने खुद ऑटो चलाया और सिविल लाइंस स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंच गया जहां उसका इलाज चल रहा है।
अगर थोड़ा और आगे बढ़ा होता तो नहीं बचता
पहाड़गंज निवासी बलबीर सिंह ने बताया, “मैं वैगनआर में बैठा था, भाई चांदनी चौक गए थे। मैं लाल किले के पास गाड़ी में इंतजार कर रहा था, तभी जोरदार धमाका हुआ। एक आदमी मेरी गाड़ी पर गिरा, जिसकी मौके पर मौत हो गई। अगर मैं थोड़ा आगे बढ़ा होता, तो शायद मैं भी नहीं बचता।”
तीन सवारियां थीं, सब उड़ गईं
रिक्शा चालक यासीन ने कहा, “मैं कश्मीरी गेट से तीन नेपाली सवारियां लेकर नई दिल्ली स्टेशन जा रहा था। अचानक धमाका हुआ, सब उड़ गया। मैं नीचे गिर गया और कुछ देर के लिए बेहोश हो गया। जब उठा तो सवारियां गायब थीं। चारों तरफ घायल और शव पड़े थे।”
बस उछल गई, शीशा टूट गया
राजू चौधरी जो 348 नंबर रूट की बस चला रहे थे, घटना के बारे में बताते हुए वह बोले, “धमाका हुआ तो बस उछल गई। आगे का शीशा टूट गया। गनीमत रही कि किसी यात्री को चोट नहीं लगी।”
ब्लास्ट के बाद आसपास की दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा। जागरण (रिभु चैटर्जी)
एंबुलेंस पहुंचने से पहले रिक्शा वाले बॉडियां ले जा रहे थे
धमाके के कुछ मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंचे एक एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया, “हमें धमाके के 5-7 मिनट बाद वहां जाने के लिए कहा गया। करीब 7-8 एंबुलेंस मौके पर पहुंची थीं। वहां 6-7 शव पड़े हुए थे। दृश्य इतना भयावह था कि हम सकते में आ गए। एंबुलेंस पहुंचने से पहले बैट्री रिक्शा वाले ही घायलों और बॉडियों को अस्पताल लेकर जा रहे थे।”
आवाज इतनी तेज थी कि दिल दहल गया
लाल किले के पास हुए धमाके इतना भीषण था कि इसकी जद में आसपास के इलाके भी आ गए। लाल किले के पास दुकान चलाने वाले रवि बोले ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया, “धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दिल दहल गया। पुलिस ने तुरंत इलाके को घेर लिया और बाजार बंद करा दिया।”
दिल्ली पुलिस पर फूटा गुस्सा
वहीं, दरियागंज निवासी बावा ने गुस्से में कहा, “दिल्ली पुलिस नाकारा है। शहर में कहीं सुरक्षा नहीं है। ऐसी पुलिस पूरी दुनिया में नहीं मिलेगी।”
धमाके के बाद अब भी इलाके में सन्नाटा पसरा है। पुलिस जांच में जुटी है। देर रात तक रेस्क्यू और जांच का सिलसिला जारी है। लेकिन लाल किले के पास मौजूद लोगों के लिए वो कुछ सेकंड अब भी कानों में गूंज रहे हैं। |
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