बिहार में अंतिम चरण का चुनाव 11 नवंबर को है (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एसआइआर के दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश सहित 12 राज्यों में घर-घर जाकर गणना फार्म देने और उसे वापस लेने का अभियान वैसे तो चार नवंबर से शुरू हो गया है लेकिन इसके करीब हफ्ते भर बाद भी यह सभी बूथों पर रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चुनाव आयोग ने राज्यों से अभियान में ढिलाई को लेकर मिल रही खबरों के बाद राज्यों से इनमें तेजी लाने के निर्देश दिए है। साथ ही बिहार चुनाव के बाद इसकी प्रतिदिन निगरानी शुरू करने की बात भी कही है। बिहार में अंतिम चरण का चुनाव 11 नवंबर को है जबकि नतीजे 14 नवंबर को आ जाएंगे।
मसौदा सूची का प्रकाशन नौ दिसंबर तक होना है
चुनाव आयोग ने राज्यों को तेजी के यह निर्देश तब दिए है, जब दूसरे चरण के इस एसआईआर में मसौदा सूची का प्रकाशन नौ दिसंबर तक होना है। इससे पहले चार दिसंबर तक गणना फार्म लेने और उसको भरवा कर लेने का काम पूरा करना है। इनमें करीब 51करोड़ मतदाताओं को शामिल होना है।
यह बात अलग है कि बिहार से सबक लेते हुए आयोग ने दूसरे चरण में गणना फार्म के साथ किसी भी तरह दस्तावेज नहीं मांगे है। यदि जरूरत पड़ी तो बाद में संबंधित लोगों से इसकी मांग की जाएगी। आयोग के मुताबिक दूसरे चरण में जिन 12 राज्यों में एसआईआर का काम शुरू हुआ है, उनमें करीब 5.33 लाख मतदान केंद्र पर यह अभियान चलाया जाना है।
इस पूरे अभियान में राजनीतिक दलों से जुड़े बूथ लेवल एजेंटों की भी सक्रिय भागीदारी दी गई है। जिनकी संख्या इन मतदान केंद्रों पर मौजूदा समय में करीब 7.64 लाख है। |