जागरण संवाददाता, कानपुर। सीएसजेएमयू कैंपस के विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं 25 नवंबर से शुरू हो जाएंगी। 18 दिसंबर तक चलने वाली परीक्षाओं में 15 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इस परीक्षा में विश्वविद्यालय परिसर के संचालित 148 प्रोग्राम के 1325 पेपर में लगभग 15 हजार से ज्यादा छात्र शामिल होंगे। इस परीक्षा में प्रथम सेमेस्टर के छह हजार, तीसरे सेमेस्टर के 4718, पांचवें सेमेस्टर के 2658, सातवें सेमेस्टर के 679, और नौवें सेमेस्टर के 58 छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार को विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक कार्यालय की ओर से परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया। परीक्षा नियंत्रक डा. बीपी सिंह ने बताया कि परीक्षा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए दूसरे विभाग के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया जा रहा है। परीक्षा के दौरान डीन एकेडमिक्स, परीक्षा प्रभारी और वरिष्ठ प्रोफेसर समय-समय पर औचक निरीक्षण करेंगे।
परीक्षा के लिए छात्रों को जारी दिशानिर्देश में उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षार्थी परीक्षा में किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक साम्रगी न ले कर आएं। पकड़े जाने पर विश्वविद्यालय प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। परिसर में 19 विभागों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। पूर्व की भांति इस बार भी परीक्षाएं छात्रों के स्वविभाग में कराई जा रही हैं।
इधर, सेमेस्टर परीक्षा आज से
सीएसजेएमयू की विषम सेमेस्टर परीक्षा मंगलवार से शुरू हो जाएंगी। इसमें कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, इटावा, औरैया, फर्रूखाबाद, कन्नौज के कुल 4.16 लाख विद्यार्थी परीक्षा देंगे। 58 नोडल केंद्र व 414 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा तीन पाली में प्रथम पाली सुबह 8:30 से 10:30 बजे, द्वितीय पाली सुबह 11:30 से दोपहर एक बजे तक व तृतीय पाली दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगी। मंगलवार से विभिन्न बीए, बीएससी, बीकाम, एमकाम, एमएससी, बीसीए, बीबीए, बीलिब, एमलिब, बीएससी (बायोटेक्नोलाजी) कोर्सों की परीक्षा हाेगी। जबकि बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड, बीएससी (कृषि), एमएससी (कृषि), एलएलबी, बीए एलएलबी की परीक्षा दिसंबर में होगी।
दूर परीक्षा केंद्र बनाने पर आई आपत्तियां
वहीं, परीक्षा केंद्र दूर बनाए जाने को लेकर महाविद्यालयों ने आपत्ति जताई थी। जिस पर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय ने दावा किया है कि सभी आपत्तियों का निस्तारण किया जा चुका है। उप्र स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि कालेजों ने परीक्षा केंद्र दूर बनाने पर आपत्ति जताई थी। इस प्रकरण को लेकर सीएसजेएमयू के परीक्षा नियंत्रक से वार्ता की गई थी। जिसमें आपत्तियों को निस्तारित करने का आश्वासन मिला।
वहीं, महाविद्यालय बिना अनुमोदित प्राचार्यों और शिक्षकों के करा रहे हैं परीक्षाएं :
कानपुर विश्वविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष डा. कमलेश यादव व महामंत्री डा. अखंड प्रताप सिंह के नेतृत्व में सोमवार को परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार से मिला। विश्वविद्यालय परीक्षाओं में स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के प्रबंधकों द्वारा मनमानी किए जाने को लेकर ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि कई महाविद्यालय बिना अनुमोदित प्राचार्यों एवं शिक्षकों के परीक्षाएं करा रहे हैं। अनुमोदित शिक्षकों को महाविद्यालयों में नहीं बुला रहे है। परीक्षा संबंधी नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने मांग रखी कि विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे कालेजों पर सख्ती करे और जिन महाविद्यालयों में अनुमोदित शिक्षक नहीं है, उनका परीक्षा केंद्र अनुदानित महाविद्यालय में स्थानांतरित किया जाए। यहां डा. आरपी सिंह, डा. पुष्पलता तिवारी, डा. बृजेंद्र सेंगर, डा. राजन दीक्षित, डा. शरद यादव मौजूद रहे। |