जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के पास का नजारा। फोटो सौ.- एएनआई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार \“गंभीर\“ स्तर पर बनी हुई है, क्योंकि शहर के कई हिस्सों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच गया है। जहरीली धुंध ने राष्ट्रीय राजधानी को \“रेड जोन\“ में पहुंचा दिया है। रविवार को दिल्ली देश का दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा, जबकि हरियाणा का बहादुरगढ़ पहले नंबर पर रहा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सोमवार को सुबह सात बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 345 दर्ज किया गया, जो हवा की बेहद खराब श्रेणी में आता है। आनंद विहार में \“बहुत खराब\“ श्रेणी में एक्यूआई 379, अलीपुर में 360 दर्ज किया गया।
#WATCH | Visuals from the Barapullah Bridge as the AQI around the Jawaharlal Nehru Stadium area is in the \“Very Poor\“ category at 310 as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/wVqOzFPF7k — ANI (@ANI) November 10, 2025
इसके अलावा एम्स के आसपास के इलाके में 378, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के आसपास एक्यूआई 310, अशोक विहार में 367, चांदनी चौक में 360, द्वारका में 356, दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास 305, आईटीओ में 376, जहांगीरपुरी में 389, नरेला में 368 और विवेक विहार में 363 दर्ज किया गया।
वहीं, नोएडा सेक्टर-62 में 342, गाजियाबाद के वसुंधरा में 256, इंदिरापुरम में 285 और गुरुग्राम सेक्टर 51 में 327 दर्ज किया गया है। इससे पहले, रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 370 दर्ज किया गया, शनिवार को 361 रिकॉर्ड किया गया था।
कहां कितना है एक्यूआई?
इलाका एक्यूआई
आनंद विहार
379
अलीपुर
360
एम्स के आसपास
378
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम
310
अशोक विहार
367
चांदनी चौक
360
द्वारका में
356
दिल्ली एयरपोर्ट
305
आईटीओ
376
जहांगीरपुरी
389
नरेला
368
विवेक विहार
363
नोएडा, सेक्टर-62
342
गाजियाबाद, वसुंधरा
256
गाजियाबाद, इंदिरापुरम
285
गुरुग्राम, सेक्टर 51
327
प्रदूषण का कारण क्या है?
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण में पराली जलाने को सबसे बड़ा कारण माना गया है। वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के लिए निर्णय सहायता प्रणाली (DSS) के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण का 30 प्रतिशत हिस्सा पराली जलाने के कारण होता है, जबकि 15 प्रतिशत परिवहन क्षेत्र से आता है। इसके अलावा |