पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है।
जागरण संवाददाता, लोनी। रविवार सुबह थाना क्षेत्र के कावेरी सिटी कॉलोनी के पास कूड़ाघर के पास एक युवक का शव जलता हुआ मिला। लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन शव बुरी तरह जल चुका था। आशंका जताई जा रही है कि हत्या के बाद शव को जलाया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नगर पालिका ने कावेरी कॉलोनी से कुछ दूरी पर खाली पड़ी जमीन पर अस्थायी कूड़ाघर बनाया है। कॉलोनी के लोगों ने रविवार सुबह पुलिस को सूचना दी कि कूड़े के ढेर के पास एक बंद मकान के पीछे 22 वर्षीय एक अज्ञात युवक का अधजला शव पड़ा है।
शव की खबर फैलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों से पूछताछ की, लेकिन शव की पहचान के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
पुलिस अधिकारियों का अनुमान है कि शव 90% तक जल चुका है। कोई निशान, निशान या आकृति नहीं मिली है। पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि जले हुए शव मिलने की सूचना मिली थी।
फोरेंसिक टीम घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर सबूत जुटा रही है। मामले की जाँच की जा रही है। पहचान के लिए आसपास के थानों से भी संपर्क किया गया है।
सबूत मिटाने के लिए शव जलाने का शक
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि युवक की हत्या कर उसे कूड़े के ढेर के पास जलाकर फेंक दिया गया। जिस तरह से उसके हाथ-पैर मुड़े हुए हैं, उससे शक है कि हत्यारों ने पहले युवक की हत्या की और फिर उसकी पहचान और सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया। इसलिए, युवक की पहचान करना अब पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है।
घटनास्थल से दो निकास
घटनास्थल के पास दो निकास हैं। बताया जा रहा है कि पूरे रास्ते में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। थोड़ी दूरी पर एक दो मंजिला मकान है। घर के लोगों का कहना है कि उन्होंने कुछ नहीं देखा। आसपास कहीं भी कोई कैमरा नहीं लगा है। लोनी निठोरा रोड घटनास्थल से चार सौ मीटर दूर है। मोड़ पर भी कोई कैमरा नहीं लगा है। सड़क से थोड़ी दूर पर किनारे की कुछ इमारतों में कैमरे लगे हैं।
घटनास्थल तक पहुँचने का एक और रास्ता रेलवे लाइन की ओर जाता है। यह रास्ता केवल दोपहिया वाहनों के लिए ही है। उस रास्ते पर भी कोई कैमरा नहीं लगा है। पुलिस टीमें इससे आगे के संभावित रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जाँच कर रही हैं, लेकिन देर शाम तक कोई अहम सुराग नहीं मिला है।
शव के दाह संस्कार में ज्वलनशील रसायन का इस्तेमाल
बात चल रही है कि शव के दाह संस्कार में किसी रसायन का इस्तेमाल किया गया था। शव लगभग पूरी तरह जल चुका है। आमतौर पर पेट्रोल, डीज़ल या केरोसिन से जलाने पर शव आंशिक रूप से जलता है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि शव के दाह संस्कार में स्प्रिट जैसे किसी ज्वलनशील रसायन का इस्तेमाल किया गया होगा, जिससे शव ज़्यादा देर तक जलता रहा। हालाँकि, इसकी पुष्टि जाँच के बाद ही हो पाएगी।
जला हुआ शव मिलने की सूचना मिली है। घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी जा रही है। फोरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। जल्द ही कोई निष्कर्ष निकाला जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चलेगा।
- सुरेन्द्र नाथ तिवारी, पुलिस उपायुक्त, ग्रामीण गाजियाबाद
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